हमेशा उदास रहती हैं ऐसे आदमी की आंखें
मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत का स्थान है। यह पर्वत बहुत भाग्यशाली मनुष्यों के हाथों में ही विकसित अवस्था में होता है। शनि की शक्ति का अनुमान मध्यमा की लम्बाई और गठन में देखकर लगाया जा सकता है। यदि...
मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत का स्थान है। यह पर्वत बहुत भाग्यशाली मनुष्यों के हाथों में ही विकसित अवस्था में होता है। शनि की शक्ति का अनुमान मध्यमा की लम्बाई और गठन में देखकर लगाया जा सकता है। यदि वह लम्बी और सीधी है तथा गुरु और सूर्य की उंगलियां उसकी ओर झुक रही हैं तो मनुष्य के स्वभाव और चरित्र में शनिग्रहों के गुणों की प्रधानता होगी। ऐसे व्यक्ति में स्वाधीनता, अध्ययनशीलता, गंभीरता, सहनशीलता, विनम्रता, और अनुसंधान के गुण होते हैं। वह अंतर्मुखी होता है। शनि के दुर्गुणों की सूची भी लंबी है। ऐसे व्यक्ति ईर्ष्या, अज्ञानी एवं अंधविश्वासी भी होते हैं। अतः शनि ग्रह से प्रभावित मनुष्य के शारीरिक गठन को बहुत आसानी से पहचाना जा सकता है। ऐसे मनुष्य कद में असामान्य रूप में लम्बे होते हैं। उनका शरीर सुसंगठित लेकिन सिर पर बाल कम होते हैं। लम्बे चेहरे पर अविश्वास और संदेह से भरी उनकी गहरी और छोटी आंखें हमेशा उदास रहती हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)