छात्राएं नहीं हॉस्टल में रहते हैं सांप और बिच्छू
हॉस्टल तो बनाया गया था छात्राओं के रहने के लिए लेकिन इसमें छात्राएं नहीं सांप-बिच्छुओं का बसेरा है। यही नहीं उद्घाटन और किसी छात्रा के इसमें रहने से पहले ही भवन खंडहर होता जा रहा है। यह हाल कहीं और...
हॉस्टल तो बनाया गया था छात्राओं के रहने के लिए लेकिन इसमें छात्राएं नहीं सांप-बिच्छुओं का बसेरा है। यही नहीं उद्घाटन और किसी छात्रा के इसमें रहने से पहले ही भवन खंडहर होता जा रहा है। यह हाल कहीं और का नहीं बल्कि अनुमंडल मुख्यालय के सुरपत सिंह हाईस्कूल में बने एससी-एसटी गर्ल्स हॉस्टल का है।
29 लाख की लागत से बना था हॉस्टल : क्षेत्र की छात्राओं की बेहतर शिक्षा को देखते हुए शिक्षा समिति और स्थानीय लोगों ने जनप्रतिनिधियों से गर्ल्स हॉस्टल बनवाये जाने की मांग की थी। इसके बाद 2006 में तत्कालीन विधायक विश्वमोहन भारती ने एससी-एसटी छात्राओं के रहने के लिए लगभग 29 लाख की योजना का शिलान्यास किया। 2009 में हॉस्टल बनकर तैयार भी हो गया। भवन में अटैच शौचालय के साथ आठ कमरा सहित गार्डरूम भी बनाया गया लेकिन लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने शुरू से ही गुणवत्ता की अनदेखी कर काम कराया। स्थल पर कहीं भी योजना का बोर्ड नहीं लगाया गया है। तब लोगों ने इसकी शिकायत भी की थी।
तीन साल में हॉस्टल भवन बनाकर तत्काली एचएम को भवन हैंडओवर कर दिया गया। लेकिन आत तक न तो भवन का उद्घाटन हुआ और न ही इसमें कोई छात्रा रही। ऐसे में हॉस्टल न सिर्फ विषैले कीड़े-जन्तुओं का बसेरा बन गया है बल्कि भवन भी खंडहर में तब्दील हो रहा है। हॉस्टल के कमरों की खिड़की और दरवाजे टूट रहे हैं। उधर, प्रधानाध्यापक गुरुचरण पासवान ने कहा कि भवन क्षतिग्रस्त है और हॉस्टल के लिए वार्डेन और गार्ड की नियुक्ति नहीं हो पाई है। एबीवीपी सदस्य पन्ना धनराज ने कहा कि विभागीय अनदेखी से छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। डीएम इस संबंध में कदम उठाएं।