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बच्चों से लेकर बुजुर्गों के सेहत पर ध्यान

सरकार ने राज्य के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेहत का ध्यान रखा है। जनता को बेहतर और गुणवत्तायुक्त चिकित्सीय सुविधाएं आसानी से उपलब्ध कराने के लिए बजट में स्वास्थ्य विभाग को कुल 7001.52 करोड़...

बच्चों से लेकर बुजुर्गों के सेहत पर ध्यान
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Feb 2017 07:11 PM
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सरकार ने राज्य के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेहत का ध्यान रखा है। जनता को बेहतर और गुणवत्तायुक्त चिकित्सीय सुविधाएं आसानी से उपलब्ध कराने के लिए बजट में स्वास्थ्य विभाग को कुल 7001.52 करोड़ आवंटित किए गए हैं।

नया टीका शुरू होगा

राज्य सरकार ने इस वर्ष नियमित टीकाकरण को और बेहतर बनाने का निर्णय लिया है। राज्य के 17 जिलों में बच्चों के टीकाकरण में एक नया टीका पीवीसी को शामिल किया जाएगा। यह टीका निमोनिया से बचाने में कारगर है। इसके साथ ही पोलियो से दोहरी सुरक्षा के लिए आईपीवी की सुई का शुभारंभ पहले ही किया जा चुका है। पूर्ण टीकारण 82 से बढ़कर 84 प्रतिशत हो गया है।

4.77 करोड़ बच्चों को एलबेंडाजोल

इस वर्ष 4.77 करोड़ से ज्यादा बच्चों को पेट में मौजूद हानिकारक कीड़ा को मारने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एलबेंडाजोल दवा की खुराक खिलाई गई। पिछले वर्ष यह संख्या 3.46 करोड़ से ज्यादा थी।

1.10 करोड़ से ज्यादा को स्वास्थ्य कार्ड

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष 2016-17 में 31 दिसम्बर तक 1.10 करोड़ से ज्यादा बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई। 0-18 वर्ष के इन बच्चों को स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है।

नशा मुक्ति केन्द्र में 9276 का इलाज

राज्य में पूर्ण शराबबंदी के बाद 24 जनवरी 2017 तक 9276 मरीजों का नशा मुक्ति केन्द्रों में इलाज किया गया। राज्य सरकार ने सभी जिला अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों में कुल 39 नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित किए हैं।

कई पदों पर हो रही बहाली

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला अस्पतालों एवं एफआरयू (फर्स्ट रेफरल यूनिट) को क्रियाशील करने के लिए संविदा पर विशेषज्ञ चिकित्सकों का नियोजन किया गया। बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत डीईआईसी के तहत 12 प्रकार के पदों पर नियोजन हो रहा है।

मेडिकल कॉलेजों में जांच की सुविधा

बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों में आधुनिक सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन लगाई जाएगी। इसके अलावा जननी एवं शिशु के स्वास्थ्यवर्द्धन के लिए 6 मेडिकल कॉलेजों के अलावा मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी सदर अस्पताल में 104 करोड़ की लागत से सौ बेड वाले एमसीएच के निर्माण को स्वीकृति दी गई है।

2016-17

कुल बजट- 8234.70 करोड़

योजना मद में

5337.18 करोड़

गैर योजना मद

2897.52 करोड़

2017-18

कुल बजट- 7001.52

योजना मद

3562.42 करोड़

प्रतिबद्ध व्यय मद

3439.10 करोड़

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