इंजन लुढ़कने व बेपटरी की जांच करेगी सेफ्टी टीम
टाटानगर रेलवे में ट्रेन व इंजन बेपटरी का मामला दिल्ली पहुंच गया है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर गार्डनरीच से सेफ्टी ऑडिट टीम के सदस्य गुरुवार को टाटानगर आएंगे और यह जानने का प्रयास करेंगे कि ट्रेनों की...
टाटानगर रेलवे में ट्रेन व इंजन बेपटरी का मामला दिल्ली पहुंच गया है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर गार्डनरीच से सेफ्टी ऑडिट टीम के सदस्य गुरुवार को टाटानगर आएंगे और यह जानने का प्रयास करेंगे कि ट्रेनों की बोगियां एवं इंजनों के बेपटरी होने का मुख्य कारण क्या है। इससे स्टेशन, आरआरआई, वॉशिंग लाइन एवं गुड्स यार्ड का निरीक्षण हो सकता है। चक्रधरपुर मंडल के परिचालन, संरक्षा, मैकेनिकल व इंजीनियरिंग विभाग से टीम पूछताछ भी कर सकती है। 2017 की सात मुख्य घटनाएं : जुलाई 2017 में टाटानगर, डांगुवापोसी व कांड्रा स्टेशनों के पास ट्रेन-इंजन बेपटरी की चार घटनाएं हुई हैं। 25 जुलाई को लोको शेड से लुढ़का इंजन ट्रैक मरम्मत मशीन से टकराकर बेपटरी, 22 जुलाई को टाटानगर यार्ड में इंजन बेपटरी, 14 जुलाई को कांड्रा के पास मालगाड़ी व 24 जुलाई को डांगुवापोसी के पास टाटा-बड़बिल पैसेंजर लाइन से उतरी थी। वहीं, 2017 के 24 जून को स्टेशन पर पुराना पुल के नीचे खड़ी इंजन लुढ़ककर बेपटरी। 21 अप्रैल को शंटिग इंजन के धक्के से वॉशिग यार्ड में तीन बोगियां बेपटरी व क्षतग्रिस्त। 27 मार्च को अंत्योदय एक्सप्रेस की तीन बोगियां वॉशिग यार्ड से निकलते समय बेपटरी हुई थी। सेफ्टी मीटिंग की खुली पोल : ट्रेनों व इंजन के बेपटरी व लुढ़कने की घटनाओं से टाटानगर में हर महीने होने वाली सेफ्टी टीम की पोल खुल गई है। लेकिन टीम के मद्देनजर स्टेशन, यार्ड, वॉशिंग लाइन व आरआरआई में सतर्कता बरतने का आदेश है ताकि खामी उजागर न हो।