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तो इसलिए अनूठी होती है बाबानगरी की महाशिवरात्रि

महाशिवरात्रि को लेकर बाबानगरी का मन-मिजाज भी बदलने लगा है। पूरी बाबानगरी शिवमय होने लगी है। महाशिवरात्रि की सफलता को लेकर शिवरात्रि महोत्सव समिति से लेकर प्रशासनिक अमला जुटा है। एक तरफ बाबा वैद्यनाथ...

तो इसलिए अनूठी होती है बाबानगरी की महाशिवरात्रि
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Feb 2017 12:40 AM
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महाशिवरात्रि को लेकर बाबानगरी का मन-मिजाज भी बदलने लगा है। पूरी बाबानगरी शिवमय होने लगी है। महाशिवरात्रि की सफलता को लेकर शिवरात्रि महोत्सव समिति से लेकर प्रशासनिक अमला जुटा है। एक तरफ बाबा वैद्यनाथ सहित मंदिर प्रांगण के सभी मंदिरों के रंग-रोगन का काम पिछले काफी दिनों से चल रहा है।

वहीं फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि से परंपरानुसार सभी मंदिरों के शिखरों पर स्थापित पंचशूलों का उतारने का काम भी शुरू कर दिया गया है। सबसे अंत में बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के शिखर पर लगा पंचशूल उतारा जाएगा। वर्ष में वही एक दिन होता है जब बाबा वैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन नहीं रहता है। उसके बाद बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में सभी बाइस मंदिरों के शिखरों से उतारे गए पंचशूलों की सामूहिक पूजा कर सबों को पुनर्स्थापित कर दिया जाता है। यह बाबानगरी की अनूठी पूजा परंपरा में एक है।

महाशिवरात्रि को लेकर पूरे मंदिरों के साथ प्रांगण को आकर्षक ढंग से फूलों से सजाया जाता है। इसको लेकर खासकर बंगाल से फूल मंगाए जाते हैं। वहीं पूरे शहर को भी दुल्हन की तरह सजाया जाता है। इसको लेकर शिव बारात गुजरने वाले सभी रास्तों में आकर्षक लाइटिंग का काम शुरू कर दिया गया है।

वहीं चन्दन नगर की आकर्षक लाईट भी जगह-जगह लगाने का काम शुरू किया जा चुका है। आधा शहर अभी रंगीन रौशनी से जगमग कर रहा है। महाशिवरात्रि के पूर्व बाबानगरी दुल्हन की तरह सज जाएगी। इस वर्ष मेले में पहुंचने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम कराए जा रहे हैं। सभी श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने के लिए बेहतर इंतजामात के दावे किए जा रहे हैं।

महाशिवरात्रि को लेकर प्रशासन ने कसी कमर :

आगामी 24 फरवरी को होने वाले महाशिवरात्रि के सफल आयोजन को लेकर पूर्व में प्रतिनियुक्त पांच एम्बुलेंस के बजाय इस वर्ष बीएड कॉलेज, नेहरू पार्क, नया अस्पताल सहित शिव बारात में भी एक एम्बुलेंस रखने का निर्णय लिया गया है। मंदिर के साथ बीएड कॉलेज व पुराना अस्पताल में भी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यक संसाधनों के साथ पाली वार चौबिसों घंटे प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया गया है। संकीर्ण गलियों को देखते हुए 2 बड़े व 2 छोटे फायर ब्रिगेड वाहन लगाने का निर्णय लिया गया है।

नाथ बाड़ी में कटेगा शीघ्र दर्शनम् कूपन 

उमड़ने वाली भीड़ के दौरान शीघ्र दर्शनम् कूपन हेतु नाथबाड़ी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। रूट-लाईन बरमसिया तक रखने व नियंत्रित करने हेतु बीएड कॉलेज में मजबूत स्पाईरल बनाने का निर्णय लिया गया है। रूट-लाईन के खुले भाग को बैरिकेडिंग द्वारा सुरक्षित कराने का निर्णय लिया गया है। बाबा मंदिर प्रभारी को मानसिंघी फुट ओवर ब्रिज के टूटे टाईल्स की मरम्मत, सफाई, मंदिरों की रंगाई-पोताई व सजावट के साथ विद्युत, जलापूर्ति व्यवस्था के साथ एसी आदि की मरम्मत कराने कहा गया है।

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