बचे हुए समय के लिए ठंडे दिमाग से परीक्षा तैयारी की योजना बनाएं
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा शुरू होने में अब कुछ दिनों का समय बचा हुआ है। ठंडे दिमाग से बचे हुए समय के लिए परीक्षा तैयारी की योजना बनाएं। बचे हुए समय में किस विषय की तैयारी में कितना समय देंगे। रणनीति के...
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा शुरू होने में अब कुछ दिनों का समय बचा हुआ है। ठंडे दिमाग से बचे हुए समय के लिए परीक्षा तैयारी की योजना बनाएं। बचे हुए समय में किस विषय की तैयारी में कितना समय देंगे। रणनीति के तहत रूटीन बनाकर उसपर अमल करें। यह कहना है शिक्षाविद व सिम्बोसिस पब्लिक स्कूल की प्राचार्य इंद्राणी घोष का। इंद्राणी घोष कहती हैं कि हो सके तो प्रत्येक विषय के 3-3 सैंपल पेपर का अध्ययन करें।
सैंपल पेपर परीक्षा की तरह निर्धारित तीन घंटे के अंदर बनाएं। उसके बाद सबजेक्ट टीचर से उसे चेक कराएं। शिक्षक से जांच कराने के बाद आपको यह पता चलेगा कि कहीं कोई कमी तो नहीं है। जिस विषय का रिवीजन बाकि है। उसका रिवीजन करें। बोर्ड परीक्षा में किसी प्रश्न को छोड़ें नहीं। हर प्रश्न व टॉपिक को टच करें। जीव विज्ञान में एनसीईआरटी किताब को एक बार जरूर पढ़ें। डायग्राम की प्रैक्टिस करें। पहले सुबह-सुबह पढ़ने को सही माना जाता था। अब बदले हुए समय में अधिकतर बच्चे रात में पढ़ाई को सही मानते हैं। रात में ही अधिकतर बच्चे पढ़ाई करते हैं। बच्चे अपनी सुविधा के अनुसार समय का चयन कर क्वालिटी टाइम पढ़ाई पर दें। अभिभावक बच्चों का मनोबल बढ़ाएं। उनके साथ समय बिताएं। हमेशा उत्साह बढ़ाने में सहयोग दें।