धनबाद से लेकर बलिया तक माहौल तनावपूर्ण
नीरज सिंह की हत्या से धनबाद से लेकर गोन्हिया छपरा बलिया तक माहौल गरम हो गया है। धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह को गोली क्यों मारी गयी, घटना की वजह क्या थी, इसकी तह तक जाने के लिए बलिया, खासकर...
नीरज सिंह की हत्या से धनबाद से लेकर गोन्हिया छपरा बलिया तक माहौल गरम हो गया है। धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह को गोली क्यों मारी गयी, घटना की वजह क्या थी, इसकी तह तक जाने के लिए बलिया, खासकर बैरिया क्षेत्र के लोग रात में टीवी से चिपके रहे। घटना को लेकर कोई कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं दिखा। यहां तक कि नीरज के गांव गोन्हिया छपरा में रहने वाले परिवार के लोग भी इस घटना से सन्न हैं।
सिंह मेंशन का बलिया से लेकर धनबाद तक कोयला कारोबार से लेकर राजनीति तक दबदबा रखने वाले इस परिवार की हमेशा से ही सियासत में बड़ी भूमिका रही है। नीरज के पिता स्व. राजन सिंह के बड़े भाई स्व. सूर्यदेव सिंह लगातर कई साल तक धनबाद के विधायक रहे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कुंती सिंह भी झरिया से विधायक रहीं। राजन सिंह के एक अन्य भाई बच्चा सिंह झारखंड में बाबू लाल मरांडी की सरकार में नगर विकास मंत्री भी रहे। सियासत में मजबूत दखल का प्रमाण यह कि धनबाद के मेयर की कुर्सी पूरी तरह परिवार के कब्जे में रही। नीरज की चाची व रामधीर सिंह की पत्नी इंदू सिंह मेयर थीं तो खुद नीरज डिप्टी मेयर थे। नीरज ने धनबाद से पिछला विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। हालांकि खास बात यह की खिलाफ में उनके ही चचेरे भाई संजीव सिंह ही थे। इससे परिवार के बीच का विवाद सामने आया।