एनआईसीयू से जाने वाले बच्चों को फोन कर बुलाया जाएगा अस्पताल
पीएमसीएच के एनआईसीयू में इलाज करवाने बच्चों के घर वापस जाने के बाद भी विभाग की नजर उसपर बनी रहेगी। विभाग फोन कर बच्चे के सेहत का हाल लेगा और फोन पर ही फॉलोअप ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल बुलाएगा।...
पीएमसीएच के एनआईसीयू में इलाज करवाने बच्चों के घर वापस जाने के बाद भी विभाग की नजर उसपर बनी रहेगी। विभाग फोन कर बच्चे के सेहत का हाल लेगा और फोन पर ही फॉलोअप ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल बुलाएगा। व्यवस्था शुरू भी की जा चुकी है। ये जानकारी यूनिसेफ के रिजनल को-ऑर्डिनेटर नंद जी दूबे ने दी। दूबे बुधवार को एनआईसीयू को निरीक्षण करने धनबाद आए थे। उनके साथ यूनिसेफ की धनबाद को-ऑर्डिनेट सिंधिया भी मौजूद थीं।
नंदजी दूबे के अनुसार यहां से जाने के बाद बच्चों को 21 दिन बाद दुबारा जांच के लिए बुलाया जाता है। कार्ड पर ये लिख भी दिया जाता है। बावजूद लोग नहीं आते। इसको ले बच्चों के घरवालों को 21 दिन होने के दो दिन पूर्व ही फोन पर बताया जाएगा कि उन्हें बच्चों को लेकर अस्पताल आना है। साथ ही स्थानीय सहिया भी बच्चे के स्वास्थ्य की निगरानी करेगी और सूचना देगी।
निरीक्षण के दौरान दूबे ने एनआईसीयू के नोडल पदाधिकारी डॉ एबी शरण से भी मिले और जानकारी ली। जांच के क्रम में पाया गया कि संस्थान के बाहर जन्में बच्चे का एनआईसीयू में आना कम है। इसको ले सिविल सर्जन के स्तर से सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वो गंभीर रूप से बीमार बच्चों को पीएमसीएच के एसएनसीयू में ही रेफर करें।