श्रमायुक्त सुलझाएंगे टेल्को यूनियन का विवाद
टेल्को वर्कर्स यूनियन नेतृत्व ने 30 नवंबर को हुई अपनी एजीएम से संबंधित 163 पेज का दस्तावेज उप श्रमायुक्त जमशेदपुर को सोमवार को सौंप दिया। इसके बाद उप श्रमायुक्त ने एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट...
टेल्को वर्कर्स यूनियन नेतृत्व ने 30 नवंबर को हुई अपनी एजीएम से संबंधित 163 पेज का दस्तावेज उप श्रमायुक्त जमशेदपुर को सोमवार को सौंप दिया।
इसके बाद उप श्रमायुक्त ने एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट श्रमायुक्त को भेजने की बात कही। साथ ही कहा कि अब वे ही तय करेंगे कि किस खेमे की एजीएम सही है।
तोते की एजीएम को बताया असंवैधानिक
टेल्को वर्कर्स यूनियन नेतृत्व सोमवार दोपहर बाद चार बजे दल-बल के साथ उप श्रमायुक्त के पास पहुंचा और सवा दो घंटे तक अपना पक्ष रखा। इसमें आधे समय में उसने अपनी एजीएम को सही साबित किया, जबकि शेष समय में तोते एंड टीम की एजीएम पर सवाल उठाते हुए पूरी प्रक्रिया को असंवैधानिक बताते हुए संविधान की कॉपी सौंपी। सुनवाई के दौरान सत्ता पक्ष ने दावा किया कि तोते एंड टीम की ओर से की गई रिक्विजिशन मीटिंग व एजीएम की पूरी प्रक्रिया असंवैधानिक है। यूनियन की ओर से अध्यक्ष अमलेश कुमार, महामंत्री प्रकाश कुमार, सहायक सचिव नवीन कुमार, पूर्व कोषाध्यक्ष शमशेर खान और यूनियन सदस्य शीतल देव मिश्रा ने अपना पक्ष रखा।
30 नवंबर को हुई थी एजीएम
सत्ता पक्ष ने दावा किया कि 30 नवंबर को यूनियन कार्यालय के लाल बहादुर शास्त्री सभागार में सत्ता पक्ष की एजीएम हुई थी। इसमें यूनियन के 456 सदस्यों ने हस्ताक्षर कर तोते एंड टीम को यूनियन विरोधी काम करने पर निष्काषित किया था। इसके बाद तोते खेमे द्वारा रिक्विजिशन मीटिंग व एजीएम असंवैधानिक है। हालांकि, सत्ता पक्ष ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए एजीएम की वीडियोग्राफी व अखबारों को इसकी सूचना नहीं दिए जाने की बात कही।
52 कमेटी मेंबरों का समर्थन पत्र
यूनियन नेतृत्व ने उप श्रमायुक्त को 52 कमेटी मेंबरों का हस्ताक्षरयुक्त दस्तावेज सौंपा है। इसमें मांग की गई है कि उप श्रमायुक्त चाहें तो जनमत संग्रह करा लें कि 94 कमेटी मेंबरों में से किसके पास बहुमत है। हालांकि डीएलसी ने समय आने पर इस पर निर्णय लेने की बात कही।
एक सप्ताह में देंगे रिपोर्ट : डीएलसी
टेल्को यूनियन के दोनों पक्षों ने अपनी एजीएम के संबंध में दस्तावेज सौंपें हैं। यूनियन संविधान और उसकी सम्मत धाराओं के अनुसार किसकी रिपोर्ट सही है? इस पर मैं एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट श्रमायुक्त को सौंप दूंगा। इस पर अब वे ही निर्णय लेंगे।
-राकेश प्रसाद, उप श्रमायुक्त, जमशेदपुर