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'अन्ना की कोर टीम चंडाल चौकड़ी'

अन्ना हजारे के पूर्व ब्लॉगर राजू परूलेकर ने आरोप लगाया है कि हजारे की कोर टीम में शामिल चंडाल चौकड़ी ने गांधीवादी को ईश्वर-तुल्य बना दिया है ताकि वे अपने हित साध...

'अन्ना की कोर टीम चंडाल चौकड़ी'
Sat, 12 Nov 2011 02:46 PM
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अन्ना हजारे के पूर्व ब्लॉगर राजू परूलेकर ने आरोप लगाया है कि हजारे की कोर टीम में शामिल चंडाल चौकड़ी ने गांधीवादी को ईश्वर-तुल्य बना दिया है ताकि वे अपने हित साधने के साथ ही सरकार को सौदेबाजी के लिए मजबूर कर सकें।

कोर कमेटी के दोबारा गठन से जुड़े मामले पर पjtलेकर को टीम अन्ना से अलग होना पड़ा था। उन्होंने आरोप लगाया कि टीम के चार प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण और मनीष सिसोदिया ने आधिपत्य स्थापित कर लिया है एवं वे मीडिया में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ के तौर पर राय दे रहे हैं और इससे इन लोगों को भी खुद को धर्मात्मा और ईश्वर-तुल्य का दर्जा मिल गया है।

उन्होंने प्रशांत भूषण के कश्मीर पर बयान के मामले पर हजारे से भी जवाब मांगा कि किसने उन पर भूषण को कोर टीम से बाहर नहीं करने का दबाव बनाया था। परूलेकर ने हजारे से इस मामले पर भी उत्तर मांगा है कि क्या वह केजरीवाल और सिसोदिया के वित्तीय लेन-देन एवं उनकी महत्वाकांक्षाओं के बारे में जानते हैं।

हजारे के साथ जुड़े रहे इस ब्लॉगर ने जन लोकपाल विधेयक पर सवाल खड़े किए। उन्होंने बीती रात अपने निजी ब्लॉग पर किए पोस्ट में दावा किया कि हजारे के ब्लॉग में उनकी ओर से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई थी।


परूलेकर ने कहा कि देश की व्यवस्था से जिन लोगों का मोहभंग हो चुका है, उन लोगों को गुमराह करते हुए यह विश्वास दिलाया गया कि इस स्वकेंद्रित आंदोलन से उनके लिए यहां स्वर्ग बन जाएगा और जन लोकपाल कानून के आने से 50 फीसदी भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि सच्चाई बिल्कुल अलग है। 20 लोगों का यह समूह और चंडाल चौकड़ी देश को रास्ता दिखा रहे हैं और सरकार को सौदेबाजी के लिए बंधक बना लिया है। क्या हम अपने देश को चार-पांच लोगों और उनके गिरोह के वेतनभोगी सदस्यों के हाथ में देने जा रहे है।

पेरूलकर ने कहा, सिर्फ अन्ना हजारे की नैतिक ताकत के आधार पर इस आंदोलन को कब तक कायम रखा जा सकेगा और आगे बढ़ाया जा सकेगा यह आंदोलन किस दिशा में जा रहा है क्या हम में से कोई भारतीय भूषण पिता-पुत्र, किरण बेदी, सिसोदिया और केजरीवाल के अलावा टीम अन्ना के किसी अन्य सदस्य के बारे में जानता है देश की 120 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए 21 लोगों को किसने चुना है।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों और टीम अन्ना में सिर्फ एक फर्क है कि इस टीम के साथ हजारे की नैतिक ताकत है और इसलिए चंडाल चौकड़ी चौकड़ी सहित 20 से अधिक लोग देशभक्त कहलाने का अधिकार पा रहे हैं। पूरा राजनीतिक वर्ग उनके कदमों में झुक गया है। परूलेकर ने दावा किया कि स्वामी रामदेव, श्री श्री रविशंकर, मेधा पाटेकर, राजेंद्र सिंह और संतोष हेगड़े ने भी इस आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है।

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