कान्हा की अर्धजंगली बाघिन बनेगी पन्ना की रानी
मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में पली-बढी़ साढे़ पांच वर्ष की अर्धजंगली बाघिन को शनिवार को यहां लाया जाएगा ताकि यह जंगल में नैसर्गिक जीवन जीते हुए वंश वृद्धि में सहभागी बन...
मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में पली-बढी़ साढे़ पांच वर्ष की अर्धजंगली बाघिन को शनिवार को यहां लाया जाएगा ताकि यह जंगल में नैसर्गिक जीवन जीते हुए वंश वृद्धि में सहभागी बन सके।
राज्य के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत पूर्व में कान्हा बान्धवगढ़ व पेंच राष्ट्रीय उद्यान से तीन बाघिनों और एक बाघ को लाया जा चुका है। इनमें से दो बाघिनों ने यहां पर शावकों को जन्म देकर बाघ पुनर्स्थापना योजना को कामयाब बनाया है।
मौजूदा समय में पन्ना टाइगर रिजर्व में डेढ़ वर्ष से अधिक उम्र के छह शावक हैं, जिससे यहां के जंगल की रौनक लौट आई हैं। जिस अर्धजंगली बाघिन को पन्ना लाया जा रहा है उसकी बहन को साढे़ सात माह पूर्व 26 मार्च 2011 को पन्ना लाया गया था।
टी-4 नाम की यह बाघिन अर्धजंगली से पूर्णरुपेण जंगली बनकर स्वच्छंद विचरण कर रही हैं। पालतू व अनाथ बाघों को जंगली बनाने का दुनिया में अपनी तरह का यह पहला प्रयोग था, जो पन्ना टाइगर रिजर्व में सफल हुआ है।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व आर. श्रीनिवास मूर्ति ने बताया कि विशेषज्ञों एवं वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम द्वारा इस बाघिन को बेहोश कर पिंजरे में बंद कर विशेष वाहन से पन्ना लाया जाएगा।
श्री मूर्ति ने बताया कि चिकित्सकों की निगरानी में इसे खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व में तैयारियां कर ली गई हैं, अब सभी को नए मेहमान के आने का इंतजार हैं।