कार्ड का क्लोन बना 50 हजार निकाले
4 मिनट में ठग ने जिला अस्पताल के कार्यालय अधीक्षक के खाते में सेंध लगाई नोएडा। प्रमुख संवाददातासाइबर ठग ने सोमवार शाम एटीएम कार्ड का क्लोन बना जिला अस्पताल के कार्यालय अधीक्षक के खाते से मात्र चार...
4 मिनट में ठग ने जिला अस्पताल के कार्यालय अधीक्षक के खाते में सेंध लगाई
नोएडा। प्रमुख संवाददाता
साइबर ठग ने सोमवार शाम एटीएम कार्ड का क्लोन बना जिला अस्पताल के कार्यालय अधीक्षक के खाते से मात्र चार मिनट में 50 हजार रुपये निकाल लिए। रुपये गुरुग्राम में एक्सिस बैंक के एटीएम से निकाले गए हैं। पीड़ित ने साइबर सेल तथा सेक्टर-20 पुलिस थाने में शिकायत दी है।
दिल्ली गोल मार्केट निवासी रोहित प्रसाद जिला अस्पताल में कार्यालय अधीक्षक हैं। रोहित का सेक्टर-18 स्थित इंडसइंड बैंक में खाता है। रोहित के मुताबिक सोमवार शाम 5:52 बजे उनके मोबाइल पर खाते से 10 हजार रुपये निकलने का मैसेज आया। वह पूरा मैसेज पढ़ पाते तभी 5:53 बजे दूसरा मैसेज आ गया। इस मैसेज में भी 10 हजार रुपये की निकासी की सूचना थी। दूसरा मैसेज पढ़ते हुए ही तीसरा मैसेज 5:54 पर आया। इस मैसेज में भी 10 हजार रुपये निकाले जाने की सूचना थी। तीनों मैसेज देखने के बाद रोहित साइबर सेल जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच 5:55 बजे दो मैसेज एकसाथ आए। इनमें भी 10-10 हजार रुपये निकाले जाने की सूचना थी। रोहित इसके बाद सीधे सेक्टर-18 इंडसइंड बैंक गए और अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक कराया।
बैंक में उन्हें जानकारी दी गई कि उनके एटीएम कार्ड से गुरुग्राम में एक्सिस बैंक के एटीएम से रुपये निकाले गए हैं। रोहित ने बैंक अधिकारियों को बताया कि एटीएम कार्ड उनकी जेब में है, उन्होंने रुपये नहीं निकाले हैं। बैंक अधिकारियों ने उनका कार्ड ब्लॉक करने के साथ ही उन्हें तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को कहा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़ित का एटीएम कार्ड क्लोन कर दूसरे कार्ड से रुपये निकाले गए हैं।
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541 शिकायतें साइबर फ्रॉड की इस वर्ष जनवरी-फरवरी में मिली हैं
860 शिकायतें साइबर फ्रॉड की वर्ष 2016 में मिलीं
830 शिकायतें वर्ष 2015 में साइबर फ्रॉड की पुलिस को मिली थीं
साइबर सेल की हेल्पलाइन
0120-2422271
8800165252
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सावधान रहें
-फोन पर किसी को भी बैंक खाता, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड संबंधित कोई भी जानकारी न दें
-यदि कोई फोन पर बैंक अधिकारी होने की बात कहे तो उसे कोई जानकारी न दें। खुद बैंक जाकर कार्ड संबंधी या किसी भी तरह की जानकारी दें
-बैंक की एसएमएस अलर्ट सेवा को जरूर सक्रिय रखें
-ई-वॉलेट का पासवर्ड नियमित अंतराल पर बदलते रहें
-मोबाइल में पैटर्न लॉक या नंबर लॉक जरूर लगाएं
-कार्ड स्वाइप मशीन से भुगतान करें तो देखें मशीन के साथ कोई और वस्तु न जुड़ी हो
-अपने सामने ही कार्ड स्वाइप कराएं, कार्ड स्वाइप के बाद पर्ची संभालकर रखें