वेब वर्क कंपनी ने हर घंटे आठ लाख रुपये कमाए
वेब वर्क कंपनी ने 40 हजार लोगों को जोड़कर हर घंटे आठ लाख रुपये की कमाई की थी। यह दावा फर्जीवाड़े की जांच कर रही पुलिस ने कंपनी निदेशकों से रिमांड पर पूछताछ के बाद किया है। पुलिस ने 22 फरवरी को...
वेब वर्क कंपनी ने 40 हजार लोगों को जोड़कर हर घंटे आठ लाख रुपये की कमाई की थी। यह दावा फर्जीवाड़े की जांच कर रही पुलिस ने कंपनी निदेशकों से रिमांड पर पूछताछ के बाद किया है।
पुलिस ने 22 फरवरी को आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के समय पुलिस ने 260 करोड़ रुपये का दावा किया था। आरोपियों से पूछताछ तथा दस्तावेजों को देखने के बाद पुलिस का कहना है कि वेब वर्क का कुल फर्जीवाड़ा 40 हजार लोगों के साथ 242 करोड़ रुपये का है।
पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों से कंपनी के लेखा-जोखा पर जानकारी हासिल की गई। इस कंपनी को अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने बीते साल 5 सितंबर को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में पंजीकृत कराया था।
कंपनी निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले अमित किशोर जैन का कहना है कि 3 जनवरी को वेब वर्क कंपनी ने निवेशकों को रुपये देने बंद कर दिए थे यानि कंपनी ने कुल 121 दिन में 242 करोड़ रुपये का कारोबार किया।
फर्जीवाड़े का खेल
242 करोड़ रुपये जनता से फर्जीवाड़ा कर लिए
141 करोड़ रुपये वापस किए लोगों को
69005 आईडी वेब वर्क कंपनी ने खोलीं
40 हजार लोगों की आईडी हैं कंपनी में
44 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में फ्रिज हुए
11.96 करोड़ रुपये का टीडीएस जमा किया
13 करोड़ रुपये की धनराशि बिटक्वाइन में ट्रांसफर की
बंद सर्वर से राज खुलेगा
पुलिस ने कंपनी के दो सर्वर अपने कब्जे में लिए हैं। एक सर्वर कंपनी में लगा हुआ था जबकि दूसरा सर्वर साढ़े चार लाख रुपये मासिक किराये पर लिया हुआ था। लखनऊ से आई फॉरेंसिक जांच टीम दोनों सर्वर का डाटा खंगालने में जुटी हुई है।