शिशु अस्पताल में एंडोस्कॉपी की सुविधा शुरू
नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता सुपर स्पेशियलिटी शिशु अस्पताल में एंडोस्कॉपी और कोलोनोस्कोपी की सुविधा शुरू कर दी गई है। एक सप्ताह पहले से मरीजों को यह सुविधा मिल रही है। इस दौरान एक महीने के उम्र के बच्चे...
नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता
सुपर स्पेशियलिटी शिशु अस्पताल में एंडोस्कॉपी और कोलोनोस्कोपी की सुविधा शुरू कर दी गई है। एक सप्ताह पहले से मरीजों को यह सुविधा मिल रही है। इस दौरान एक महीने के उम्र के बच्चे की भी जांच की गई है।
गैस्ट्रोइंटेरोलॉजी विभाग के डॉ़ उमेश शुक्ला ने बताया कि एंडोस्कोपी से एलर्जी, गैस्ट्रोइनटाइटिस से होने वाली अन्य बीमारियों की जांच और इलाज किया जाता है। बच्चे द्वारा सिक्का और बैटरी आदि निगलने का इलाज भी इसमें शामिल है। कोलोनोस्कॉपी में आंतों की टीबी, आंतों में सूजन और एलर्जी आदि की जांच और इलाज किया है। अस्पताल में अब तक 6 मरीजों का कोलोनोस्कॉपी और 8 मरीजों का एंडोस्कोपी की गई। गैस्ट्रोइंटेरोलॉजी विभाग में इस तरह की सुविधा देश के काफी कम अस्पतालों में है।
इससे आंत की जांच और इलाज होता है
एंडोस्कॉपी से छोटी आंत, आहार नाल आदि में होने वाली बीमारियों की जांच और इलाज किया जा रहा है। वहीं कोलोनोस्कॉपी से बड़ी आंत में होने वाली बीमारियों का इलाज की सुविधा मरीजों को मिल रही है।
निजी अस्पतालों से 80% खर्ज कम
शिशु अस्पताल में एंडोस्कॉपी से जांच और इलाज का खर्च 600 से 800 रुपये है। निजी अस्पतालों में इसके लिए मरीजों को 4000 से 5000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। शिशु अस्पताल में कोलोनोस्कॉपी के लिए 1100-1300 रुपये देने पड़ते हैं। निजी अस्पताल में इसके लिए 7000-8000 रुपये खर्च होते हैं।
कोट---
दोनों सुविधाएं शुरू होने से जनपद के साथ ही प्रदेश के अन्य हिस्सों के मरीजों को राहत मिलेगी। इन सुविधाओं से पेट से संबंधित कई बीमारियों का इलाज किया जा सकेगा।'
-डॉ़ डीके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सुपर स्पेशियलिटी शिशु अस्पताल