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गम्हरिया में बिजली विभाग के शिविर में कई मामले निपटे

कॉलोनाइजर ग्राहकों को धोखा देने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक कॉलोनाइजर के खिलाफ हुई शिकायत पर विकास प्राधिकरण जागा है और नोटिस भेजकर सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। कोयला अलीपुर में गंगा सिटी...

गम्हरिया में बिजली विभाग के शिविर में कई मामले निपटे
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 29 Apr 2017 06:30 PM
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कॉलोनाइजर ग्राहकों को धोखा देने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही एक कॉलोनाइजर के खिलाफ हुई शिकायत पर विकास प्राधिकरण जागा है और नोटिस भेजकर सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

कोयला अलीपुर में गंगा सिटी नाम से कॉलोनी विकसित की जा रही है। विप्रा से नक्शा स्वीकृत कराया गया है, लेकिन स्वीकृत नक्शे की शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा है। शर्तों के उल्लंघन पर विप्रा को कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन यह कार्रवाई शिकायत पर की जा रही है। कॉलोनी के आवंटियों की शिकायत पर अभियंता ने जाकर निरीक्षण किया और रिपोर्ट सचिव विजय कुमार को दी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉलोनी में विद्युतीकरण, पौधरोपण, जलापूर्ति, सड़क निर्माण, जल निकासी के कार्य पूरे नहीं हुए हैं। स्वीकृत मानचित्र में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना है, लेकिन कॉलोनी में हर घर में सेप्टिक टैंक बनाया जा रहा है। वहीं घरों में सीवरेज टैंक के पास ही जलापूर्ति को सबमर्सिबल लगाए गए हैं। इससे पेयजल की शुद्धता प्रभावित होने की संभावना है।

इतना ही नहीं, कॉलोनाइजर ने विप्रा में बंधक बने हुए भूखंडों में से कुछ को बेच दिया है तो कुछ पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। कॉलोनी विकसित कर रहे बनी सिंह यादव को भेजे नोटिस में सचिव ने कहा है कि बंधक रखे गए भूखंड संख्या बी-15 पर अवैध रूप से निर्माण करते हुए प्रथम तल पर छत डाल दी गई है। भूखंड संख्या बी-16 से बी-21 तक पर भी अवैध निर्माण हो रहा है। सचिव ने कहा है कि यह अनुबंध शर्तों के विपरीत धोखाधड़ी है। सचिव ने सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है और चेतावनी दी है कि जवाब न आने पर कॉलोनाइजर को काली सूची में डाल दिया जाएगा। वहीं, कुछ आवंटियों ने घरों का 90 फीसदी तक पैसा दे दिया है, लेकिन पजेशन नहीं मिला है।

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