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डीजल से भरी मालगाड़ी के इंजन में लगी आग

पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा कासगंज रेल खंड पर गुरुवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया। डीजल से भरी एक मालगाड़ी के इंजन में अचानक आग लग गई। इस घटना ने रेलवे के साथ ही पूरे जिला प्रशासन को हिला दिया। जनपदभर...

डीजल से भरी मालगाड़ी के इंजन में लगी आग
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 04 May 2017 09:13 PM
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पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा कासगंज रेल खंड पर गुरुवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया। डीजल से भरी एक मालगाड़ी के इंजन में अचानक आग लग गई। इस घटना ने रेलवे के साथ ही पूरे जिला प्रशासन को हिला दिया। जनपदभर की दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया गया। डीएम व एसपी सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। ट्रेन चालक दल की सतर्कता से बड़ा हादसा टला।

सिकन्दराराऊ व रति का नगला के बीच गांव खेड़िया नहर पुल के समीप शाम चार बजे डीजल लेकर कानपुर जा रही एक ट्रेन के इंजन में आग लग गई। घटना की सूचना तत्काल ही इज्जतनगर मण्डल के कन्ट्रोल रूम को दी गई। यहां से रेलवे के स्थानीय अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जिला प्रशासन को सूचना दी गई। प्रशासन ने मौके पर जनपद की सभी दमकलों को रवाना कर दिया। इससे पहले ट्रेन चालक दल ने साहस दिखाते हुए इंजन में मौजूद तीन अग्निशमन यत्रों का प्रयोग करते हुए आग पर काफी हद तक काबू पाने की कोशिश की। उनकी सूझबूझ से आग इंजन के डीजल टैंक व अन्य बोगियों तक नहीं पहुंच पाई। हालांकि, आग के दोबारा फैलने पर लगभग पौन घंटे बाद पहुंची दमकलों ने पूरी तरह आग पर काबू पा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर एसडीएम व सीओ सिकन्दाराराऊ मय फोर्स के पहुंच गए। डीएम अमित कुमार व एसपी सुशील घुले ने हालात का जायजा लिया। लगभग दो घंटे बाद मौके पर दो रेल इंजन पहुंचे। इनकी मदद से जले हुए इंजन को ट्रेन से अलग किया गया। एक इंजन से ट्रेन को वापस कासगंज के लिए रवाना कर दिया गया। वहीं दूसरे इंजन से जले हुए इंजन को सिकंदाराराऊ की लूप लाइन पर खड़ा कराया गया।

रेलवे का अग्निशमन यंत्र भी हुआ फेल

इंजन में आग लगने के दौरान चालक विजेन्द्र कुमार व सह चालक हरेराम चौरसिया ने भले ही साहस का परिचय दिखाते हुए आग बुझाने प्रयास किया हो, लेकिन रेलवे के भरोसेमंद माने जाने वाले यंत्र भी धोखा दे गए। चालक ने बताया कि कुल चार अग्निशमन यंत्रों में से मात्र तीन ने ही काम किया। एक अग्निशमन यंत्र के काम न करने के कारण उन्हें दिक्कत हुई। अगर एक और यंत्र काम न करता तो शायद आग को बढ़ने से रोक पाना मुमकिन नहीं होता।

तीन घंटे से अधिक बाधित रहा ट्रैक

मथुरा से कानपुर के लिए रवाना हुई यह ट्रेन दोपहर ठीक 03:06 बजे हाथरस सिटी से पास हुई थी। सिकन्दाराराऊ स्टेशन पहुंचने से पहले ही घटना होने के कारण लगभग तीन घंटे तक ट्रैक बाधित रहा। इस दौरान कोई पैसेंजर ट्रेन न होने के कारण यात्रियों को तो परेशानी नहीं हुई, लेकिन कई मालगाड़ी इस घटना से प्रभावित रहीं।

ये झांसी शेड का इंजन था, किसी तकनीकी खराबी के कारण 15:45 बजे आग लगी थी। चालक दल ने एक बार आग पर काबू पा लिया था, लेकिन दोबारा आग भड़कने पर स्थानीय दमकलों ने काबू पाया। घटना के समय कोई ट्रेन न होने के कारण यात्रियों दिक्कत नहीं आई है। सिर्फ इंजन जला है, बाकी किसी को कोई चोट आदि नहीं लगी है।

-राजेन्द्र सिंह, जनसम्पर्क अधिकारी, इज्जतनगर मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे

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