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अक्षय तृतीया पर बाजार में दोहरी धनवर्षा

अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर इलाहाबादियों ने बाजार में जमकर खर्च किया। शुभ मुहूर्त में खरीदारी की परंपरा के साथ ही सहालग की खरीदारी भी हुई। दोहरी खरीदारी के फेर में एक ही दिन में इलाहाबादियों ने...

अक्षय तृतीया पर बाजार में दोहरी धनवर्षा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 29 Apr 2017 08:50 PM
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अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर इलाहाबादियों ने बाजार में जमकर खर्च किया। शुभ मुहूर्त में खरीदारी की परंपरा के साथ ही सहालग की खरीदारी भी हुई। दोहरी खरीदारी के फेर में एक ही दिन में इलाहाबादियों ने बाजार में 200 करोड़ रुपये का खर्च किया। बाजार में कई दिनों का सन्नाटा टूटा। अक्षय तृतीया के मौके पर बाजार में खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी। सोना-चांदी, फ्लैट्स, वाहन के साथ ही लोगों ने घरों के लिए इलेक्ट्रानिक गैजेट भी खरीदे। किसी ने मोबाइल तो किसी ने म्यूजिक सिस्टम, एलईडी तक की खरीदारी अक्षय तृतीया के मौके पर हुई। दोपहर 12 बजे लोगों ने घरों से बाजार का जो रुख किया तो खरीदारी के लिए रात तक बाजारों में भीड़ उमड़ी रही। 75 करोड़ की ज्वेलरीबाजार में सबसे ज्यादा भीड़ ज्वेलरी शॉप पर हुई। अनुमान के मुताबिक लगभग 75 करोड़ रुपये की ज्वेलरी की खरीदारी हुई। सिविल लाइंस, चौक और कटरा के बड़े प्रतिष्ठानों पर खरीदारी के लिए लोग जुटे ही साथ ही गली मोहल्लों के छोटे दुकानदारों के यहां भी खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही। हार, झुमका, अंगूठी की खरीदारी ज्यादा हुई। 65 करोड़ रुपये के फ्लैट्सनए घरों के लिए भी लोगों ने अक्षय तृतीया के मौके पर खर्च किया। फ्लैट्स, प्लॉट्स के लिए लोगों ने निवेश किया। तमाम लोगों ने बिल्डरों से अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी के लिए खासतौर पर कहा था। शनिवार को लोगों ने घरों के लिए खर्च किए। 58 करोड़ के वाहन बिकेवाहनों की बिक्री भी जमकर हुई। इलाहाबाद में लगभग 600 चार पहिया वाहनों की खरीदारी हुई जबकि 3500 दो पहिया वाहनों की खरीदारी की गई। सभी शोरूम्स में लोगों ने बुकिंग करा रखी थी। सुबह 11 बजे के बाद लोगों ने अपने बुकिंग वाले शोरूम में जाकर वाहनों की खरीदारी की। 22 करोड़ रुपये के गैजेटलगभग 22 करोड़ रुपये का खर्च मोबाइल, एलईटी, म्यूजिक सिस्टम, फ्रिज, एसी आदि गैजेट में किया गया। सिविल लाइंस, कटरा और चौक के बाजारों में लोग उमड़े रहे। जिन लोगों को आभूषण नहीं खरीदने थे उन्होंने अक्षय तृतीया पर अभूषणों की खरीदारी की। नोटबंदी के बाद हुई धनवर्षापिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद बाजार में जमकर धन वर्षा अक्षय तृतीया पर हुई है। बीच में होली और सहालग पड़ा जरूर लेकिन नई मुद्रा की कमी और निकासी सीमा के कारण बाजार में रौनक ऐसी नहीं थी जितनी अक्षय तृतीया पर हुई। लोगों ने खरीदारी की और बाजार में जमकर धनवर्षा की।

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