राजीव गांधी साहसिक खेल योजना की शुरुआत
केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल ने देश के स्कूलों और कालेजों में पढ़ने वाले युवाओं को साहसिक खेलों की तरफ प्रेरित करने के लिए शुक्रवार को राजीव गांधी साहसिक योजना की शुरुआत की। गिल ने इस योजना की...
केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल ने देश के स्कूलों और कालेजों में पढ़ने वाले युवाओं को साहसिक खेलों की तरफ प्रेरित करने के लिए शुक्रवार को राजीव गांधी साहसिक योजना की शुरुआत की।
गिल ने इस योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि यह योजना युवा लोगों को साहसिक खेलों की तरफ प्रेरित करने के लिए है। उन्होंने कहा कि हम देश के युवाओं में इसके जरिए जोश भरना चाहते हैं। इस योजना में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के करीब दो हजार वोलेंटियरों ने भाग लिया है लेकिन हम चाहते हैं कि इसकी संख्या में बढ़ोत्तरी हो।
खेलमंत्री ने कहा कि हम इसके जरिए युवाओं को पहाड़ों की चढ़ाई, राजस्थान के रेगिस्तान में विषम परिस्थिति का सामना करना तथा ऐसे ही अन्य साहसिक खेलों के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक स्कूलों और कालेजों के युवाओं को ऐसे साहसिक खेलों के लिए प्रशिक्षित करने के लिए अब तक कई शिविर लगाए जा चुके हैं। हर शिविर दस दिनों का होता है। इसके अलावा हर शिविर में बराबर संख्या में लड़के लड़कियां शामिल होती हैं। गिल ने साथ ही कहा कि वह चाहेंगे कि वर्ष 2010 में राजधानी में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए एनसीसी और एनएसएस के कैडेट बतौर वोलेंटियर भाग लें। उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि एनसीसी के 27 हजार और एनएसएस के आठ हजार वोलेंटियर इस मेगा आयोजन में अपनी सेवाएं देश को दें।