आईएसआई के तालिबान से रिश्ते : मुशर्रफ
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अफगानिस्तान के ताकतवर तालिबान कमांडर सिराज हक्कानी से खुफिया एजेंसी आईएसआई के रिश्तों की बात स्वीकार करते हुए भारत पर भी आरोप लगाया है कि उसकी खुफिया...
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अफगानिस्तान के ताकतवर तालिबान कमांडर सिराज हक्कानी से खुफिया एजेंसी आईएसआई के रिश्तों की बात स्वीकार करते हुए भारत पर भी आरोप लगाया है कि उसकी खुफिया एजेंसी रॉ बलूचिस्तान और सूबा ए सरहद में हस्तक्षेप कर पाकिस्तान को तोड़ने की कोशिश में लगी है।
जनरल मुशर्रफ ने एक जर्मन अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘खुफिया एजेंसियों का अन्य नेटवर्को से संपर्क रहता है। यही काम अमेरिकी अधिकारी रूसी एजेंसी केजीबी के साथ करते थे और ऐसा ही आईएसआई भी करती है।’
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अफगानिस्तान का तालिबान कमांडर सिराज हक्कानी एक ऐसा दुर्दान्त एवं खूंखार आतंकवादी है जिसका तहरीके तालिबान पाकिस्तान के सरगना बैतुल्लाह मेहसूद पर खासा प्रभाव है जो दक्षिण वजीरिस्तान में सक्रिय है और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों की हत्या में लिप्त था।
उन्होंने बताया कि जब अफगानिस्तान में तैनात पाकिस्तान के राजदूत का बैतुल्लाह ने अपहरण कर लिया था तब आईएसआई ने सिराज हक्कानी के साथ रिश्तों का इस्तेमाल कर उन्हें मुक्त कराया था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हक्कानी को उनका समर्थन प्राप्त हैं।
खुफिया एजेंसियां अक्सर अपने दुश्मनों का इस्तेमाल अन्य दुश्मनों के लिए करती हैं। उनसे एक-एक कर निपटना बेहतर होता है। बजाय इसके कि उनसे एक साथ मोर्चा लिया जाए। गौरतलब है कि सिराजुददीन हक्कानी मशहूर मुजहिदीन कमांडर जलालुददीन हक्कानी का बेटा है जो अफगान तालिबान का सर्वोच्च कमांडर है।