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बहुगुणा ने कभी जाति-धर्म की नहीं की राजनीति : साजिद

शहर के मिशन स्कूल आर्फ नर्सिंग सभागार में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित हेमवती नन्दन बहुगुणा की 99 वां जयंती मनाई गई। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए हेमवती नन्दन बहुगुणा समिति के अध्यक्ष व...

बहुगुणा ने कभी जाति-धर्म की नहीं की राजनीति : साजिद
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Apr 2017 06:20 PM
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शहर के मिशन स्कूल आर्फ नर्सिंग सभागार में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित हेमवती नन्दन बहुगुणा की 99 वां जयंती मनाई गई। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए हेमवती नन्दन बहुगुणा समिति के अध्यक्ष व कार्यक्रम के संयोजक साजिद खान आजमी ने कहा कि स्व. बहुगुणा ने कभी भी जाति-धर्म की राजनीति नहीं की। देश की आजादी के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए 1942 में जब बहुगुणा आगे आए तो अंग्रेज घबरा गए थे। बहुगुणा की गिरफ्तारी के लिए अंग्रेजों ने उन पर दस हजार रुपये का पुरस्कार घोषित कर दिया था। आजादी के आंदोलन के दौरान बहुगुणा 22 दिन तक गोरखपुर के जंगलों में रहे। अंग्रेजों का जब ज्यादा दबाव बना तो उन्हें मजबूरन कुछ दिनों के लिए नेपाल जाना पड़ा। अपने मुख्यमंत्री काल में बहुगुणा ने 40 हजार अध्यापकों की भर्ती की थी। प्रदेश के वर्तमान सरकार में बहुगुणा की बेटी रीता बहुगुणा जोशी परिवार कल्याण, महिला कल्याण, पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी निर्वहन कर रही हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रमुख शिक्षा विद लालसा राय ने कहा कि अपने कार्यों से बहुगुणा को लोग आज भी याद करते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मिशन अस्पताल के निदेशक डॉ. अशोक सिंह ने कहा कि धर्म निरपेक्ष और छूआछूत को मिटाने वाले नेता के रूप में वे हमेशा याद किए जाएगें। जयंती समारोह के उपलक्ष्य में अस्पताल में भर्ती मरीजों को फल वितरित किया गया। इस मौके पर शेख मुर्तुजा बेग, जूमी वर्गस, सोनू सिंह, मास्टर तुफेल, मोहम्मद दानिश, अजीत, मोहम्मद आरिफ, शाह आजम, साहनुल्लाह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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