परशुराम सेना ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
भगवान परशुराम की जयंती पर अवकाश निरस्त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को परशुराम सेना ने विरोध प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने कलक्ट्रेट चौराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंककर विरोध में...
भगवान परशुराम की जयंती पर अवकाश निरस्त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को परशुराम सेना ने विरोध प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने कलक्ट्रेट चौराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंककर विरोध में जमकर नारेबाजी की।
परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष संजय दूबे ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार ने भगवान परशुराम की जयंती पर पूर्व की छुट्टी को निरस्त कर ब्राह्मण समाज को अपमानित करने का काम किया है। ब्राह्मण समाज योगी आदित्यनाथ को कभी माफ नहीं करेगा। अगर फैसले पर पुर्नविचार नहीं किया गया तो भगवान परशुराम जी के क्रोध से योगी सरकार बच नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि परशुराम सेना इस बार भगवान परशुराम की जयंती विरोधी स्वरूप नहीं मना रही है । हर वर्ष की भॉति इस वर्ष भी भगवान परशुराम की बरही आने वाली 10 मई को बड़े पैमाने पर मनाने का काम करेगी। प्रदेश महासचिव सूरज मिश्रा ने कहा कि भगवान परशुरामजी विष्णु के छठवें अवतार थे और उनका अपमान करने वालों को शासन सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। सुनीता उपाध्याय ने कहा कि योगी के इस फैसले की जितनी भी निंदा की जाय कम है। उन्होंने 15 महापुरुषों के लागू अवकाश को खत्म कर दिया और उसमें छट्ठी मैया के नाम पर हो रही छुट्टी को निरस्त कर आधी आबादी के साथ धोखा किया है। जो महिलाएं व्रत रखती है, वह किस प्रकार से सरकारी संस्थानों में कार्य करेंगी। यह छठ मैया और भगवान परशुराम के मनाने वालों के साथ धोखा है। इस मौके पर राजेश गिरी, वरुण पांडेय, विनोद यादव, राजाराम, अभिषेक दीक्षित, अशोक उपाध्याय, संतलाल विश्वकर्मा, सूर्यनाथ, शशिकांत पांडेय, श्यामा देवी आदि मौजूद रहे।