कनस्यारी नहर जीर्णशीण होने से 40 हेक्टेयर भूमि पड़ी बंजर
बागेश्वर में कनस्यारी नहर जीर्णशीर्ण हालत में पहुंच गई है। करीब 40 हेक्टेयर सिंचित भूमि बंजर पड़ने के कगार पर है। किसान मायूस हैं। उन्होंने सिंचाई नहर दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।...
बागेश्वर में कनस्यारी नहर जीर्णशीर्ण हालत में पहुंच गई है। करीब 40 हेक्टेयर सिंचित भूमि बंजर पड़ने के कगार पर है। किसान मायूस हैं। उन्होंने सिंचाई नहर दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पांच किमी लंबी कनस्यारी नहर टूट गई है। इस नहर से पन्याली, बंड, कनस्यारी, कुमरौड़ा धुपसेरा आदि में करीब 40 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती थी। धुपसेरा से आगे नहर पूरी तरह बंद हो गई है।
किसान तारा दत्त जोशी, शंकर लाल, रणजीत सिंह, गोविंद राम, लछम सिंह आदि ने बताया कि नहर की दशा सुधारने के लिए कई बार सिंचाई विभाग की चौखट खटखटा दी है। लेकिन विभाग के आला अफसरों की कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने चेताया कि यदि जल्द से जल्द सिंचाई नहर की मरम्मत नहीं हुई तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। इधर डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि सिंचाई विभाग नहर की मरम्मत का प्रस्ताव तैयार करेगा।