बांदा में रोडवेज बस चालक की मौत पर अस्पताल में हंगामा
दिल का दौरा पड़ने से रोडवेज चालक की मौत हो गई। शव देखते ही घरवालों में कोहराम मच गया। घरवालों का आरोप था कि डाक्टरों की लापरवाही से उसकी मौत हुई है। घटना से आक्रोशित घरवालों ने जिला अस्पताल में जमकर...
दिल का दौरा पड़ने से रोडवेज चालक की मौत हो गई। शव देखते ही घरवालों में कोहराम मच गया। घरवालों का आरोप था कि डाक्टरों की लापरवाही से उसकी मौत हुई है। घटना से आक्रोशित घरवालों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। डाक्टरों के साथ अभद्रता की। डाक्टर कुर्सी छोड़कर मौके से भाग निकले। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रभारी डीएम अस्पताल पहुंचे घरवालों को किसी तरह समझाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
फतेहपुर जिले के दतौली गांव निवासी सोमदत्त (40) संपत द्विवेदी रोडवेज में चालक था। वह परिवार के साथ कालूकुआं मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था। तीन दिनों से वह बीमार चल रहा था। उसका इलाज हृदय रोग विशेषज्ञ डा़ केएल पांडेय कर रहे थे। शनिवार की सुबह सोमदत्त अस्पताल आया था। डाक्टर से परामर्श और दवा लेने के बाद वह घर वापस आ गया। घर में वह कुछ देर बाद अचेत होकर गिर गया। घरवालंों ने उसे उठाकर तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी मौत हो गई। सोमदत्त की मौत से आक्रोशित घरवालों ने अस्पताल में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। डाक्टरों से जमकर अभद्रता की। घरवालों का उग्र रूप देखकर डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी मौके से भाग निकले। घरवालों का आरोप था कि डाक्टरों ने सोमदत्त का उपचार नहीं किया। डाक्टरों की लापरवाही के चलते सोमदत्त की मौत हो गई। जबकि ड्यूटी में तैनात डाक्टर विनीत सचान का कहना है कि मरीज को देखने के बाद तत्काल डा़ केएल पांडेय को बुलवाकर दिखलाया गया। डा़ पांडेय का कहना था कि हार्टअटैक होने से सोमदत्त की मौत पहले हो चुकी थी। हंगामे को देख डाक्टरों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर प्रभारी डीएम गंगाराम, सीओ सिटी राकेश मिश्रा, कोतवाली प्रभारी डीपी तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। किसी तरह समझा बुझाकर मामले को शांत कराया गया।