फोटो गैलरी

Hindi Newsदेर से आने वाले परीक्षक नहीं जांच सकेंगे कापियां

देर से आने वाले परीक्षक नहीं जांच सकेंगे कापियां

मूल्यांकन कार्य को गंभीरता से नहीं लेने वाले परीक्षकों को अब अपनी लापरवाही भारी पड़ेगी। सुबह 10.30 बजे बाद मूल्यांकन केन्द्रों पर पहुंचने वाले परीक्षकों को कापी जांचने का मौका नहीं दिया जाएगा। उन्हें...

देर से आने वाले परीक्षक नहीं जांच सकेंगे कापियां
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 30 Apr 2017 12:39 AM
ऐप पर पढ़ें

मूल्यांकन कार्य को गंभीरता से नहीं लेने वाले परीक्षकों को अब अपनी लापरवाही भारी पड़ेगी। सुबह 10.30 बजे बाद मूल्यांकन केन्द्रों पर पहुंचने वाले परीक्षकों को कापी जांचने का मौका नहीं दिया जाएगा। उन्हें अनुपस्थित मानते हुए उनका एक दिन का वेतन भी केटेगा। ड्रमंड जीआईसी केन्द्र पर शनिवार को यह सख्ती बरती गई।

जीजीआईसी केन्द्र पर शनिवार को 200 परीक्षक नदारद रहे। शहर के ड्रमंड जीआईसी और जीजीआईसी मूल्यांकन केन्द्र पर गुरुवार से बोर्ड परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ है। दोनों केन्द्रों पर दो लाख 71 हजार से अधिक कापियां जांची जानी हैं। इसके लिए 649 परीक्षकों और 73 उप प्रधान परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। मूल्यांकन कार्य 15 दिनों में पूरा करना है। मूल्यांकन के तीन दिन बीत जाने के बाद भी कई परीक्षक इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यह परीक्षक अब तक या तो अपने मूल्यांकन केन्द्र पर पहुंचे ही नहीं या देरी से पहुंच रहे हैं। मूल्यांकन के लिए परीक्षकों को सुबह 10 बजे पहुंचना होता है पर कई परीक्षक देरी से पहुंच रहे हैं। शनिवार को ड्रमंड जीआईसी केन्द्र के प्रभारी श्यामा कुमार ने मूल्यांकन कार्य का निरीक्षण किया तो उन्हें सभी कक्षों में परीक्षक कम मिले। इस पर उन्होंने उप प्रधान परीक्षकों को निर्देश दिए कि वह सुबह 10.30 बजे बाद आने वाले परीक्षकों से मूल्यांकन कार्य न कराएं। उनकी उपस्थिति भी दर्ज न करें। उनकी इस सख्ती ने परीक्षकों की बेचैनी बढ़ा दी है।

दूसरे परीक्षक जांचेंगे देरी से आने वालों की कापियां

देरी से आने वाले परीक्षकों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ेगा। अपनी लापरवाही पर उन्हें एक दिन अनुपस्थित होना पड़ेगा और अपने हिस्से की कापियां भी जांचने को नहीं मिलेंगी। इस बारे में ड्रमंड जीआईसी केन्द्र के प्रभारी श्यामा कुमार ने बताया कि ऐसे परीक्षकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। वित्त विहीन कालेजों के परीक्षकों का मानदेय रोका जाएगा। इनके हिस्से की कापियां भी अन्य शिक्षकों से चेक कराई जाएंगी। इस सख्ती से परीक्षकों को एक दिन के वेतन के साथ ही कापियों को जांचने से होने वाली आय से भी हाथ धोना पड़ेगा।

जीजीआईसी में 372 में से पहुंचे 172 परीक्षक

जीजीआईसी मूल्यांकन केन्द्र पर चौथे दिन भी परीक्षकों का टोटा बना रहा। यहां 372 परीक्षकों की नियुक्ति है। इसमें से शनिवार को यहां 172 परीक्षक ही उपस्थित रहे। 200 परीक्षक यहां कापी जांचने नहीं पहुंचे। चौथे दिन तक यहां चेक हुई कापियों की संख्या 10,661 हो गई।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें