शक्ति व विवेक के समन्वय को परशुराम का अवतार हुआ
भगवान परशुराम की जयंती पूरे जिले में श्रद्धा के साथ मनाई। ब्राह्मण समाज के लोगों ने परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर स्मरण किया। इस मौके पर गोष्ठियां भी हुईं, जिसमें परशुराम के बताए रास्ते पर चलने...
भगवान परशुराम की जयंती पूरे जिले में श्रद्धा के साथ मनाई। ब्राह्मण समाज के लोगों ने परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर स्मरण किया। इस मौके पर गोष्ठियां भी हुईं, जिसमें परशुराम के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया गया।
अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा ने बीबीजई हद्दफ में भगवान परशुराम की जयंती पर पूजन किया। जिला कोषाध्यक्ष राम कैलाश तिवारी ने चित्र पर पुष्प अर्पित किए। जिलाध्यक्ष हरचरन मिश्रा ने कहा कि करोड़ों ब्राह्मणों को एकजुट होने की जरूरत हे। जिला महामंत्री राजेश शुक्ला ने कहा कि भगवान परशुराम अवतारी व अजर-अमर हैं। जिला उपाध्यक्ष जगत नारायन अवस्थी, नगराध्यक्ष पदम प्रकाश अवस्थी, त्रिलोकी नाथ पांडेय, मदन लाल पाठक, अनिल बाजपेई, श्रीदत्त शुक्ला, ओमकार मिश्रा, नीति मिश्रा, रामप्रताप दीक्षित आदि मौजूद रहे।
ग्र्लेंरग पब्लिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हथौड़ा में भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ चित्र के सामने दीप जलाकर किया। शिक्षाविद्व चंद्र प्रकाश श्ुाक्ला ने कहा कि परशुराम का व्यक्तित्व विराट है। उसको परिभाषित करना स्वयं में जटिल काम है। प्रबंधक आशुतोष शुक्ला ने कहा कि शक्ति एवं विवेक का समन्वय करने के लिए भगवान परशुराम का अवतार हुआ। कार्यक्रम में महेश चंद्र गुप्ता, दीपक श्रीवास्तव, अमरजीत, सुनीता, गौरी मौजूद रहीं। माधव राव सिंधिया पब्लिक स्कूल में परशुराम जयंती मनाई गई। कानूनी सलाहकार नील जौहरी, प्रधानाचार्य पंकज श्रीवास्तव, उप प्रधानाचार्य जूही खान ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बच्चों ने कविताएं व भाषण प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया। आर्य कन्या इंटर कालेज में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। डा.सरिता गुप्ता ने भगवान परशुराम के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। प्रबंधक कौशल किशोर बाजपेई, प्रधानाचार्य वीना रानी रस्तोगी ने विचार रखे। इस मौके पर रंजना अग्रवाल, वंदना चौरसिया, रेनू कुमारी, दीप शिखा, शीला धूसिया, प्राची, सुनीता सक्सेना, मानसी टंडन, सुनीता श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। डा.सुदामा प्रसाद बाल विद्या मंदिर कन्या इंटर कालेज में विमला अवस्थी ने परशुराम के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि परशुराम ने 21 बार अहंकारियों का संहार किया। प्रधानाचार्य डा.राखी मिश्रा, ममता बाजपेई, एकता सिंह, रजनी शुक्ला, किरन गुप्ता, सुमन शर्मा मौजूद रहीं। श्री राधाकृष्ण मंदिर तारीन गाड़ीपुरा में प्रदोषकाल में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया। प्रबंधक ओंकार नाथ शुक्ला ने कहा कि जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ा, तब भगवान ने धर्म की स्थापना के लिए अवतार लिया। कार्यक्रम में नलनीश कुमार, अभिषेक अग्निहोत्री, सुरेश शुक्ला, असीम शुक्ला, राजा बाजपेई आदि मौजूद रहे। डा.सुदामा प्रसाद विद्यास्थली में परशुराम जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें प्रधानाचार्य साधना अग्रवाल ने कहा कि परशुराम ने अपने फरसे से राक्षसों का संहार किया। शैलजा मिश्रा, ज्योत्सना द्विवेदी, चेतना अवस्थी, अनीता त्रिवेदी, उज्जवल शुक्ला मौजूद रहे।