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डुमरांव से अष्टधातु की तीन मूर्तियां चोरी

नया भोजपुर ओपी क्षेत्र के चिलहरी गांव में बीती रात अज्ञात चोरों ने डेढ़ सौ वर्ष पुराने मंदिर से अष्टधातु की तीन मूर्तियों पर हाथ साफ कर लिया। सुबह के समय पुजारी को चोरी की घटना की जानकारी हुई। तत्काल...

डुमरांव से अष्टधातु की तीन मूर्तियां चोरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 05:22 PM
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नया भोजपुर ओपी क्षेत्र के चिलहरी गांव में बीती रात अज्ञात चोरों ने डेढ़ सौ वर्ष पुराने मंदिर से अष्टधातु की तीन मूर्तियों पर हाथ साफ कर लिया। सुबह के समय पुजारी को चोरी की घटना की जानकारी हुई। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने छानबीन करना शुरू कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन मूर्तियों की कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है। चोरी की यह घटना से पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

दिया घटना का अंजाम: चिलहरी गांव निवासी चिंता हरी पांडेय के घर के परिसर में करीब डेढ़ सौ साल पुराना मंदिर है। मंदिर के पुजारी स्वंय चिंता हरी पांडेय है। हर दिन की तरह शनिवार की रात्रि करीब आठ बजे मंदिर में आरती व संध्या पूजा के बाद मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। सुबह करीब चार बजे उठकर जब पुजारी मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचे, तो देखा की दरवाजा खुला हुआ है। मंदिर में अंदर प्रवेश करते ही उनके पैरों से जमीन खिसक गई। भगवान राम, मां जानकी व लक्ष्मण की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई है। पुजारी को पहले अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। चोरी की घटना की जानकारी परिजनों सहित पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

डेढ़ सौ साल पुराना है मंदिर: पुजारी चिंता हरी पांडेय ने बताया कि डेढ़ सौ साल पहले इनके पूर्वज विद्वान स्व़ उमा पति दत्त पांडेय ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। उसी समय मंदिर में तीनों अष्टधातु की मूर्ति की स्थापना भी हुआ था। साथ ही मंदिर में अन्य देवताओं की स्थापना हुआ था। अन्य देवताओं की मूर्तियां पत्थर की बनी हुई है। स्व़ उमा पति दत्त पांडेय के परिवार के सदस्य ही अभी तक मंदिर की पूजा करते आ रहे है। साथ ही शादी-विवाह में पूरे गांव की पूजा यहीं पर होती है।

चोर ले गए मूर्तियां: पुजारी ने बताया कि करीब दो फीट ऊंची तीनों अष्टधातु की मूर्तियों के अतिरिक्त चोर मां जानकी का चांदी का पायल, तीन मुकुट, सोने का टीका, नथिया, सोने की माला सहित अन्य श्रृंगार का जेवर अपने साथ लेते गए है। पुजारी ने बताया कि चोर पथर की मूर्ति व पूजा पाठ के किसी भी समान को हाथ नहीं लगाया गया है। इधर, जानकारों ने अष्टधातु की तीनों मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये आंकी है।

एफआईआर दर्ज: मंदिर के पुजारी चिंता हरी पांडेय ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। वहीं पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज होते ही पुलिस चोरों की खोजबिन में जुट गई है। पुलिस का दावा है कि शीघ्र ही मूर्ति को बरामद करते हुए चोरों का जेल भेजा जाएगा। लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस को कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है। चोरी की घटना से पूरा गांव स्तंब्ध है। हर ओर इस बात की चर्चा हो रही है कि रुपयों की खातिर चोर भगवान के मंदिर व मूर्तियों को भी नहीं छोड़ रहे है।

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