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थानेदार की मौत : तीन दिन में दूसरी बार जांच को पहुंची फॉरेंसिक टीम

तिलकामांझी के थानेदार विजय चंद्र शर्मा की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पटना से आई फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम ने शनिवार को फिर जांच की। अधिकारियों ने घटनास्थल व दुर्घटनाग्रस्त स्कार्पियो की जांच की और...

थानेदार की मौत : तीन दिन में दूसरी बार जांच को पहुंची फॉरेंसिक टीम
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Mar 2017 02:12 AM
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तिलकामांझी के थानेदार विजय चंद्र शर्मा की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पटना से आई फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम ने शनिवार को फिर जांच की। अधिकारियों ने घटनास्थल व दुर्घटनाग्रस्त स्कार्पियो की जांच की और घटनास्थल का स्केच भी तैयार किया। अब स्केच व उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर ही फोरेंसिक टीम निष्कर्ष पर पहुंचेगी कि थानेदार की हत्या हुई थी या स्कार्पियो दुर्घटना में मौत हुई थी?

सीआईडी के एडीजे विजय कुमार के निर्देश पर फिजिकल एक्सपर्ट सुनील कुमार की टीम दोपहर करीब दो बजे हवाई अड्डे पहुंचकर कई साक्ष्य जुटाए। उन्होंने रनवे पर दो-दो जगह रिम के दाग देखकर हैरानी जताई। रिम के दोनों चिह्न की दूरी आठ फुट दो इंच पर देखकर उन्होंने कहा कि गाड़ी के करवट हिस्से में दूर से गिरने पर ही ऐसा दाग हो सकता है।

ओवरस्पीड में ब्रेक लगाने या स्पीड में मोड़ने पर ऐसी घटना हो सकती है। अब रात में सुनसान रनवे पर किस परिस्थिति में थानेदार ने ब्रेक लगाया, यह जांच का विषय है। उन्होंने रनवे पर खुरची गई जगह का भी आकलन किया। टीम के सदस्य हवाई अड्डे से पुलिस केन्द्र पहुंचकर रनवे से मिले साक्ष्य को दुर्घटनाग्रस्त स्कार्पियो से मिलान किया। गाड़ी के दोनों रिम की दूरी नापते हुए करीब 45 मिनट तक यहां जांच की। हालांकि, एक्सपर्ट टीम घटना से जुड़े कुछ बिंदुओं के निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई।

यह हादसा आमने-सामने की टक्कर नहीं

एक्सपर्ट टीम ने कहा कि यह दो गाड़ियों के बीच आमने-सामने की टक्कर नहीं है। गाड़ी के अगले और पिछले हिस्से में दुर्घटना का कोई बड़ा चिह्न नहीं मिला है। गाड़ी के दाहिने और ऊपरी हिस्से ज्यादा क्षतिग्रस्त हैं। टीम ने गाड़ी में रखी रॉड को भी जांच के लिए कब्जे में लिया।

ऐसे बना है घटनास्थल का स्केच

स्केच में रनवे के पश्चिमी हिस्से से गाड़ी को पूरब की ओर आते हुए दिखाया गया है। रनवे के बीच उत्तर दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए बनाए गए मंच की ओर जाने वाली सड़क के कोने पर घटनास्थल दिखाया गया है। करीब 30 मीटर तक दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी के घिसटने और रनवे पर तीन जगह खून के धब्बे भी दिखाए गए।

एक्सपर्ट टीम ने कहा, 24 घंटे में होनी चाहिए थी जांच

शनिवार को फोरेंसिक टीम ने जांच में देरी पर भी सवाल उठाया। कहा कि घटनास्थल की 24 घंटे के अंदर ही जांच करानी चाहिए थी। शनिवार अलसुबह हुई बारिश के बाद हवाई अड्डे और स्कार्पियो से बचे साक्ष्य भी धुल गए। इससे पहले पुलिस ने घटनास्थल पर जितनी जल्दबाजी दिखाई, वह अपने आप में भी सवाल खड़ा करता है।

रविवार रात करीब एक बजे घटना हुई और सुबह पांच बजे घटनास्थल को पानी से पूरी तरह साफ कर दिया गया। गाड़ी को उठाकर पुलिस लाइन में रख दिया गया और सुबह छह बजे पोस्टमार्टम भी करा लिया गया था। पोस्टमार्टम और एमवीआई की जांच रिपोर्ट में भी मृत्यु का कारण दुर्घटना माना गया है।

सीआईडी टीम भी कर सकती है जांच

थानेदार की मौत की सीआईडी की विशेष टीम भी जांच कर सकती है। स्थानीय पुलिस थानेदार की मौत को दुर्घटना मान रही है, जबकि परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। परिवार वालों के आरोपों को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है और जल्द ही सीआईडी टीम जांच के लिए भागलपुर आ सकती है। हालांकि, घटना को लेकर एसएसपी ने आईजी के माध्यम से पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है। एक पुलिस अधिकारी ने भी कहा कि पुलिस अफसर की संदिग्ध स्थिति में मौत होती है तो हर बिंदु पर जांच होनी चाहिए।

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