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सुपौल के डीपीओ बने साइबर क्राइम के शिकार, खाते से निकले 40 हजार

फोन कर खाते से राशि उड़ा लेने के शिकार अब तक ग्रामीण और अनपढ़ लोग ही होते आ रहे थे लेकिन इस बार जिले के आलाअधिकारी ही ठगी के शिकार हो गये। जिले के शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ अमर भूषण के एसबीआई खाते...

सुपौल के डीपीओ बने साइबर क्राइम के शिकार, खाते से निकले 40 हजार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 19 Mar 2017 12:48 PM
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फोन कर खाते से राशि उड़ा लेने के शिकार अब तक ग्रामीण और अनपढ़ लोग ही होते आ रहे थे लेकिन इस बार जिले के आलाअधिकारी ही ठगी के शिकार हो गये। जिले के शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ अमर भूषण के एसबीआई खाते से ठगों ने शुक्रवार को 40 हजार रुपये उड़ा लिये। साइबर क्राइम के जरिये ठगी के शिकार हुए डीपीओ श्री भूषण ने इसकी शिकायत सदर थाना में दर्ज करायी है।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह लगभग सवा नौ बजे डीपीओ श्री भूषण के मोबाइल पर फोन आया कि नोटबंदी के बाद पीएमओ कार्यालय के आदेश के बाद दो लाख से अधिक रकम वाले खातधारकों के वेरीफिकेशन का काम चल रहा है। इसके तहत कुछ जानकारियां चाहिए जिससे खाता में पैसा कहां से आया है इसकी वेरीफिकेशन करनी है।

मोबाइल नम्बर 919570164976 से फोन पर ठगी करने वाले किसी मुकेश कुमार ने खुद को भारतीय स्टैट बैंक एटीएम के हेड क्वार्टर का पदाधिकारी बताया। उसने एटीएम की डिटेल मांगी अन्यथा खाता लॉक होने की बात कही। फिर क्या था डीपीओ अमर भूषण ने एटीएम का पिन नम्बर सहित अन्य जानकारी दे दी। उसके थोड़ी देर बाद उनके खाता संख्या 11347225282 से लगभग साढ़े नौ बजे पहले 20 हजार की निकासी कर ली और फिर ऑन लाइन खरीदारी के माध्यम से 20 हजार रुपये की निकासी हुई।

9 बजकर 32 मिनट में डीपीओ के मोबाइल पर इससे संबंधित मैसेज मिला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। मैसेज पढ़ने के तुरंत बाद श्री भूषण ने इसकी सूचना पहले एसबीआई मेन ब्रांच को देकर एटीएम लॉक कराया और एसबीआई के सेल को भी ईमेल के जरिये इसकी सूचना थी। देर रात उन्होंने सदर थाना में भी आवेदन दिया। थानाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर मामले को साइबर क्राइम डिपार्टमेंट को डिस्पोजल के लिए रेफर कर दिया गया है।

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