कटिहार में पुल पर सेल्फी ले रहे दो छात्र ट्रेन से कटे
कटिहार से सेमापुर के बीच कारीकोसी नदी पर बने लाल पुल पर सेल्फी लेने के चक्कर में दो छात्रों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना शुक्रवार की सुबह हुई। घटना में उनका एक साथी बुरी तरह घायल हो गया। उसे सदर...
कटिहार से सेमापुर के बीच कारीकोसी नदी पर बने लाल पुल पर सेल्फी लेने के चक्कर में दो छात्रों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना शुक्रवार की सुबह हुई। घटना में उनका एक साथी बुरी तरह घायल हो गया। उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों छात्रों ने हाल ही में मैट्रिक की परीक्षा दी थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ललियाही शिवाजी नगर के रहने वाले तीन छात्र रौशन कुमार, समीर कुमार और बिट्टू पासवान टहलते हुए लालपुल पर पहुंचे थे और वहां सेल्फी ले रहे थे। सेल्फी लेने के क्रम में वह स्टंट भी कर रहे थे। तभी दूसरी तरफ से कटिहार आ रही बरौनी पैसेंजर ट्रेन आ गई और उसकी चपेट में छात्र आ गए। ट्रेन रौशन और समीर को काटते हुए निकल गई जबकि बिट्टू ने ट्रेन को देख लिया और वह पटरी के दूसरी ओर कूद गया। भागने और कूदने के क्रम में बिट्टू बुरी तरह घायल हो गया।
पता ही नहीं चला कब ट्रेन आ गई
तीनों छात्र मोबाइल में सेल्फी लेने और स्टंट करने में इतने मशगूल थे कि उन्हें पता ही नहीं चला कि ट्रेन उनके नजदीक आ गई। जब तक उन्हें कुछ समझ में आता ट्रेन उन्हें काटती हुई निकल गई। रौशन और समीर की तत्काल मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने तत्काल इसकी सूचना कटिहार स्टेशन को दी। रेल थानाध्यक्ष धनंजय कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों ने कारी कोसी नदी पर लाल पुल पहुंचकर मामले की जांच की। रेल थानाध्यक्ष ने बताया कि लापरवाही की वजह से वह घटना हुई। पूरे मामले की जांच हो रही है।
मां-बाप का एकलौता बेटा था समीर
इस साल मैट्रिक का इम्तिहान दे चुका समीर अपने मां बाप का इकलौत पुत्र था। पिता दूधनाथ सिंह बाहर रहते थे तथा समीर शिवाजी नगर स्थित अपने नाना राजकिशोर ठाकुर के यहां रहता था। वहीं रौशन दो भाइयों में बड़ा था। इस हादसे के बाद दोनों घरों हाहाकार मचा है। मां बाप व अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।