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नक्सलियों ने सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी की गला काटकर हत्या की

चकाई(जमुई) थाना क्षेत्र अंतर्गत पोझा पंचायत के हरनी गांव के पास कच्ची सड़क पर नक्सलियों ने रविवार की रात सड़क निर्माण कार्य से जुड़े एक मुंशी की गला काटकर निर्ममतापुर्वक हत्या कर दी। घटना में मारे गये...

नक्सलियों ने सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी की गला काटकर हत्या की
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 30 Jan 2017 04:46 PM
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चकाई(जमुई) थाना क्षेत्र अंतर्गत पोझा पंचायत के हरनी गांव के पास कच्ची सड़क पर नक्सलियों ने रविवार की रात सड़क निर्माण कार्य से जुड़े एक मुंशी की गला काटकर निर्ममतापुर्वक हत्या कर दी। घटना में मारे गये युवक की पहचान पटना जिले के मरांची थाना अंतर्गत मालपुर गांव निवासी संजय पाण्डेय के रूप में हुई है। मृतक युवक कंसट्रक्शन कंपनी राजकुमार इंजीनियरिंग का कर्मचारी था। वह पीएमजीएसवाई के तहत निर्माण कराये जा रहे हरनी से केचुआं पथ की देखरेख करता था। कंपनी ने बतौर उसे मुंशी के पद पर काम देखने के लिए रखा था। बताया जाता है कि निर्माणस्थल से वहा बाइक पर सवार होकर चकाई लौट रहा था। तभी रास्ते में हरनी गांव के समीप हथियारांद नक्सलियों ने मुंशी की गर्दन रेतकर हत्या कर दी।

घटनास्थल पर नक्सलियों ने छोड़े पर्चे
घटनास्थल पर नक्सलियों ने दो हस्तलिखित पर्चा भी छोड़ा। दोनों पर्चे में नक्सलियों ने पार्टी के बिना आदेश के पुलिस से मिलीभगत से सरकारी योजना का काम चालू करने वाले खुंखार प्रतिक्रियावादी ठेकेदारों को यही सजा देने की बात लिखकर चेतावनी दी गयी है। छोड़े गए पर्चे के नीचे निवेदक के रूप में भाकपा माओवादी लिखा हुआ है। जानकारी के अनुसार हरनी-केचुआं ग्रामीण सड़क में बीते अगस्त माह से कार्य शुरू हुआ था। मिट्टी मोरंग का कार्य पूरा होने के बाद सड़क में मेटल का कार्य किया जाना था। इसके लिए मेटल भी गिराया भी जा रहा था।

सुबह सूचना के बावजूद दोपहर में पहुंची पुलिस
मृतक मुंशी बाटिया में डेरा लेकर रहते थे और वहीं से आकर कार्य की देखरेख करते थे। सोमवार को स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सुबह में सूचना मिलने के बावजूद सोमवार को दोपहर करीब तीन बजे थाना प्रभारी कपिलदेव प्रसाद और सीआरपीएफ के जवान वहां पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से नक्सलियों के द्वारा छोड़े गए पर्चे को बरामद किया। वहीं मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए उठाया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में एफआइआर दर्ज कर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
 
नक्सली कमांडर सुरंग दा के दस्ते का हाथ!
आंशका जताई जा रही है कि इस घटना को नक्सली कमांडर सुरंग दा के दस्ते ने ही अंजाम दिया है। नक्सली चिराग दा की मौत के बाद सुरंग दा के हाथों में ही इस क्षेत्र की कमान रहने की बात बताई जाती है। सुरंग दा चिराग दस्ते का प्रमुख सदस्य है और लगातार इसी क्षेत्र में सक्रिय रहता है। बीते सालोंगी पंचायत के गादी गांव में पुलिस मुखबिरी के आरोप में तीन लोगों की हत्या के साथ ही सिमराढाबा में एक ग्रामीण की हत्या के मामले में नक्सली कमांडर सुरंग दा का नाम सामने आया था।

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