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परीक्षाओं के मूल्यांकन की ऑनलाइन व्यवस्था होगी : नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में परीक्षा और मूल्यांकन की ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी। हमलोग दिन-रात मेहनत करते हैं पर किसी के माथे पर कहां लिखा है कि कौन कब गड़बड़ कर दे?  परीक्षा में...

परीक्षाओं के मूल्यांकन की ऑनलाइन व्यवस्था होगी : नीतीश
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 21 Mar 2017 11:57 PM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में परीक्षा और मूल्यांकन की ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी। हमलोग दिन-रात मेहनत करते हैं पर किसी के माथे पर कहां लिखा है कि कौन कब गड़बड़ कर दे?  परीक्षा में गड़बड़ी हो जाती है। मूल्यांकन में गड़बड़ी हो जाती है। जांच होती है, लोग पकड़ जाते हैं, लेकिन फिर गड़बड़ी हो जाती है। 

उन्होंने कहा कि अब हमलोगों ने सोचा है कि क्या जरूरत है प्रश्न सेटिंग करने की? सबकुछ का ऑनलाइन ऐसा प्रबंध करो कि मूल्यांकन पारदर्शी तरीके से हो जाए। कोई परीक्षा देगा तो उसे मालूम रहेगा कि उसने क्या उत्तर दिया है। उसके सामने उत्तर पुस्तिका रहेगी। सबकुछ ऑनलाइन वह देख लेगा। उन्होंने कहा कि गणित, अंग्रेजी और भौतिकी के शिक्षक नहीं मिल रहे। इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेजों में भी यही हाल है। एकमात्र उपाय है कि तकनीक के जरिये एक शिक्षक एक साथ सैकड़ों स्कूलों में पढ़ाएं। मुख्यमंत्री चौथे बिहार उद्यमिता सम्मेलन- स्टार्ट अप बिहार को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का आयोजन बिहार उद्यमी संघ की ओर किया गया था। 
युवाओं की क्षमता का उपयोग कर प्रदेश को शीर्ष पर ले जाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। ये मेहनती हैं। काम मिले तो ये चांद पर जाने को तैयार रहेंगे। इनकी क्षमता का सदुपयोग कर प्रदेश को फिर शीर्ष पर ले जाएंगे। युवा उद्यमी नौकरी नहीं खोज दूसरे को रोजगार देने की भी सोच रहे, इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। राज्य में कानून का राज स्थापित हुआ है। सड़कें बनी हैं। बिजली सुधरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार में बिजली सुधार की प्रशंसा की है। शराबबंदी के बाद से राज्य में शांति है। अपराध और सड़क दुर्घटना में कमी आई है। शराबबंदी का ही असर था कि इस बार होली बिल्कुल शांति से गुजरी। यह भी कहा कि नारी सशक्तीकरण के लिए सरकार तत्पर है। इसी के तहत पोशाक, साइकिल योजना चली। सभी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।  

मैट्रिक-इंटर के फॉर्म अब ऑनलाइन भरे जाएंगे :
उधर, शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में जानकारी दी कि अगले वित्तीय वर्ष 2017-18 से राज्य के सभी हाईस्कूलों में मैट्रिक व इंटर परीक्षा के फॉर्म ऑनलाइन भरे जाएंगे। मंत्री ने कहा कि सम्बद्धता प्राप्त हाईस्कूलों में वास्तविक छात्रों से अधिक फॉर्म भरे जा रहे थे। दूसरे राज्य के छात्र आकर बिहार में परीक्षा दे रहे हैं। इसे रोकने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने का निर्णय लिया गया। 5160 उच्च विद्यालय में से इस साल 1832 में ऑनलाइन फॉर्म भरने का निर्णय लिया गया। 832 स्कूलों में कम्प्यूटर उपलब्ध थे। बाकी में प्रधानाध्यापकों ने अपनी उपस्थिति में फॉर्म भरवाए। सरकार की मंशा है कि अगले वित्तीय वर्ष में सभी हाईस्कूलों में मैट्रिक व इंटर के फॉर्म ऑनलाइन भरे जाएं। प्रधानाध्यापकों के खाली पदों को भरने के पूरक प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि वरीयता सूची तैयार है और दो महीने में इनकी पोस्टिंग कर दी जाएगी। 

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