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सहोखर में निकली कलश शोभा यात्रा

बिहारशरीफ के सहोखर में रविवार को मदभागवत यज्ञ के लिए भक्तजनों ने कलश शोभा यात्रा निकाली। इसमें 401 भक्तजनों ने कलश लेकर सहोखर से सोहसराय चौक, बीच बाजार, बंधु गली, अड्डापर होते हुए सहोखर यज्ञस्थल पर...

सहोखर में निकली कलश शोभा यात्रा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 03:22 PM
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बिहारशरीफ के सहोखर में रविवार को मदभागवत यज्ञ के लिए भक्तजनों ने कलश शोभा यात्रा निकाली। इसमें 401 भक्तजनों ने कलश लेकर सहोखर से सोहसराय चौक, बीच बाजार, बंधु गली, अड्डापर होते हुए सहोखर यज्ञस्थल पर शोभा यात्रा की। इस दौरान भक्तजनों के जयकारे व जय माता दी के नारों से शोभा यात्रा गूंजता रहा। कलश स्थापना के साथ ही सात दिवसीय यज्ञ शुरू हुआ।

यज्ञ में वृंदावन से आए श्री मण नारायण स्वामी जी महाराज ने भक्तजनों को कहा कि कलश विश्व का प्रतीक है और इसमें भरा जल शांति व आपसी भाईचारे का प्रतीक है। वहीं संत राम जानकी दास ने कहा कि उपासना अध्यात्म का प्रवेश द्वार है। उपासना से ही अपने शरीर को तपाया जा सकता है। आज लोग भौतिकवादी दुनिया में लिप्त होते जा रहे हैं। पैसे के पीछे भाग रहे हैं। इससे चारों ओर अशांति आ रही है। परिवार व समाज बिखरता जा रहा है। इसे सहेजने व समेटने के लिए अपने को समझना होगा। सामाजिक मर्यादा के साथ ही गीता के उपदेशों पर चलना होगा। गीता में कर्म को महान कहा गया है। हम जो आज करते हैं उसका प्रतिफल ही आने वाला समय हमें लौटता है। भक्तजनों से दूसरों के लिए जीने की अपील की। परमार्थ ही धर्म का एक मात्र लक्ष्य है।

प्रमेंद्र पप्पू, रीता देवी, विद्या देवी, लक्ष्मी कुमारी, ऋतिका रानी, मनोज कुमार व अन्य भक्त जना कलश शोभा यात्रा में शामिल हुए व गीता वचनों का लाभ लिया।

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