भारतीय आईटी सेक्टर का अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान: नासकॉम
एच1बी वीजा को लेकर अमेरिका में जारी बहस राजनीतिक और भावनात्मक हो गई है क्योंकि तथ्यों और धारणाओं के बीच बहुत बड़ा अंतर है। सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के संगठन नासकॉम ने कहा है कि भारतीय सूचना...
एच1बी वीजा को लेकर अमेरिका में जारी बहस राजनीतिक और भावनात्मक हो गई है क्योंकि तथ्यों और धारणाओं के बीच बहुत बड़ा अंतर है। सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के संगठन नासकॉम ने कहा है कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था और नौकरियों के सृजन में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
नासकॉम के अध्यक्ष आऱ चंद्रशेखर ने कहा कि फिलहाल में यह बातचीत चल रही है कि भारतीय आईटी कर्मचारी अमेरिका आते हैं और यहां अमेरिकी नागरिकों की नौकरी ले लेते हैं। सामान्यत: वह अमेरिकी कर्मचारियों का स्थान लेते हैं क्योंकि उन्हें कम वेतन मिलता है। यहां तक कि उच्च कुशलता रखने वालों को भी ज्यादा तनख्वाह नहीं मिलती जो वाकई में अमेरिकियों की नौकरी ले रहे हैं।
चंद्रशेखर यहां एक सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग संगठन के प्रतिनिधिमंडल का नेतत्व करने आए हैं। वह यहां अमेरिका की नयी सरकार के सदस्यों के साथ कामकाजी वीजा को कम किए जाने और दोनों देशों के बीच कुशल कार्मिकों के प्रवाह इत्यादि मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस तरह की है। इसके लिए भावनात्मक उदाहरणों को सुनाया जाता है जो हकीकत से कोसों दूर होते हैं। उनका मानना है कि इनका प्रतिरोध करने वाले तथ्यों और कहानियों को सही पहचान नहीं मिलती है। यदि आप हकीकत का रूख करें तो आपको एक अलग ही परिदश्य नजर आएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार के आंकड़े ही इस संबंध में एक अलग तस्वीर पेश करते हैं।