फोटो गैलरी

Hindi Newsजिले में प्रत्येक साल बढ़ रहे हैं 500 से अधिक टीबी के मरीज

जिले में प्रत्येक साल बढ़ रहे हैं 500 से अधिक टीबी के मरीज

जिले में प्रत्येक साल बढ़ रहे हैं 500 से अधिक टीबी के मरीज-घनी बस्तियों में अधिक हैं इस बीमारी के पीड़ितगाजियाबाद। शरद पाण्डेय जिले में हर साल टीबी के मरीजों की संख्या में 500 से अधिक का इजाफा हो रहा...

जिले में प्रत्येक साल बढ़ रहे हैं 500 से अधिक टीबी के मरीज
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 23 Mar 2017 07:10 PM
ऐप पर पढ़ें

जिले में प्रत्येक साल बढ़ रहे हैं 500 से अधिक टीबी के मरीज

-घनी बस्तियों में अधिक हैं इस बीमारी के पीड़ित

गाजियाबाद। शरद पाण्डेय

जिले में हर साल टीबी के मरीजों की संख्या में 500 से अधिक का इजाफा हो रहा है। सबसे अधिक मरीज घनी आबादी वाले इलाकों से आ रहे हैं। गत वर्ष जिले में सबसे अधिक मरीज लोनी क्षेत्र से दर्ज किए गए हैं। अधिकारी टीबी के संभावित इलाकों पर लगातार नजर रखे हैं। टीबी पर काबू पाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा मिशन प्रगति की शुरुआत अगले माह की जा रही है।

टीबी के मरीजों की संख्या 2015 में 8889 थी, वहीं 2016 में बढ़कर 9435 हो गई है। इसी तरह इस वर्ष अभी तक मरीजों की संख्या 2 हजार के पार गई है। जिला क्षय रोग अधिकारी डीएम सक्सेना ने बताया कि प्रत्येक वर्ष टीबी के मरीजों की संख्या में 500 के करीब इजाफ होता है। इसका कारण मरीजों की जांच ठीक ढंग से की जा रही है और सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का भरोसा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी वजह से मरीज बढ़ रहे हैं।

मशीन से भी टीबी की जांच

मरीजों की प्रारंभिक जांच डॉक्टर क्लीनिकली करते हैं। इसके बाद जरूरत पड़ने पर बलगम और एक्सरे कराया जाता है। कुछ गंभीर मामले ऐसे होते हैं जो साधारण जांच में पकड़ में नहींं आते हैं, ऐसे मामलों सीवीएनएएटी मशीन से जांच की जाती है।

लोनी में सबसे अधिक मरीज

लोनी क्षेत्र जिले की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। इस वजह से यहंा पर सबसे अधिक मामले हैं। लोनी में पिछले वर्ष 1792 मामले सामने आए थे। वहीं जिला अस्पताल के टीबी केन्द्र में 1891 मामले दर्ज किए गए थे। टीबी केन्द्र में पूरे शहर और ट्रांस हिंडन के मरीज पहुंचते हैं, जबकि लोनी में सिर्फ लोनी के मरीज पहुंचते हैं। इस तरह लोनी में अधिक सामने दर्ज किए गए हैं। विजय नगर क्षेत्र में भी अधिक मरीजों की संख्या दर्ज की गई है। कोलंबिया एशिया अस्पताल डाक्टर दीपक वर्मा ने बताया कि टीबी अब लाइलाज बीमारी नहीं है। अन्य बीमारियों की तरह यह भी दवाओं से ठीक हेा जाती है।

15 से 35 के 60 फीसदी से अधिक मरीज

पीड़ितों में 60 फीसदी मरीजों की उम्र 15 से 35 के मध्य होती है। यानी युवा अधिक टीबी की चपेट में आते हैं। इस संबंध में चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती उम्र में टीबी अधिक लोगों को चपेट में लेती है।

बीमार होने वाले पुरुष अधिक

टीबी चपेट में आने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक होते हंै। कुल मरीजों में जहंा पुरुषों का आंकड़ा 60 फीसदी के करीब पहुंचता है, वहीं महिलाओं का आकड़ा 40 फीसदी तक पहुंचा है।

4 फीसदी दवा छोड़ते हैं लोग

टीबी के मरीजों को पूरा कोर्स करना होता है। पिछले वर्ष आए कुल मरीजों में से 376 मरीजों ने दवा छोड़ दी है। इस तरह 4 फीसदी मरीजों ने दवा छोड़ी है।

2016 में पहुंची मरीज 9435

151 मरीजों की हुई मौत

72 मरीज ऐसे मिले जिन्हें एचआई पाजिटिव के साथ टीबी थी

171 मरीज पहुंचे एमडीएम वाले

7 मरीजों की हुई मौत

4 एक्सडीआर वाले पहंुचे मरीज

3 तीन की हुई मौत

8 लाख हेाता है टीबी का सालाना बजट (टीबी की सभी दवाइयों की होती है आपूर्ति)

गंभीर मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था

गंभीर मरीजों को स्वास्थ्य विभाग एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) कहता है। इन मरीजों पर सामान्य दवा काम करना बंद कर देती है। इनके लिए विशेष दवा दी जाती है। ऐसे मरीजों को दिनभर अस्पताल में भर्ती किया जाता है। जिला टीबी सेंटर में मरीजों को भर्ती करने के लिए इसी वर्ष वार्ड बनाया गया है।

डाट्स केंद्रों में खिलाई जाती है दवा

जनपद में 200 डाट्स केंद्र चल रहे हैं। इन केंद्रों में मरीजों को बुलाकर केंद्र में तैनात कर्मचारी अपने सामने दवा खिलाते हैं। इसके अलावा 22 बलगम केंद्र भी खोले गए हैं। यहां पर आशंका होने पर मरीज के बलगम की जांच होती है। स्वास्थ्य विभाग टीबी के मरीजों को यह सुविधा निशुल्क देता है।

36 टीबी विभाग का स्टाफ

मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले में टीबी विभाग के कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त है। जिले में कुल डाक्टर और अन्य स्टाफ मिलाकर 36 की संख्या है जो पर्याप्त है।

जागरूकता के लिए रैली

टीबी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए जिला क्षय रोग विभाग द्वारा रैली निकाली जाएगी। यह रैली क्षय रोग विभाग से शुरू होगी। इसमें सीएमओ समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी शामिल होंगे।

वर्ष टीबी के मरीज गांठ वाली टीबी के मरीज गंभीर मरीज

2013 8536 2103 67

2014 8881 2441 163

2015 8889 2676 218

2016 9435 2710 171

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें