जाट आंदोलन: वादाखिलाफी हुई तो 24 घंटे में करेंगे दिल्ली कूच
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ वार्ता में समझौता हो जाने के बाद भी जाटों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। जाट नेता यशपाल मलिक ने कहा कि हमने सरकार पर भरोसा किया है। यदि सरकार ने वादा खिलाफी की तो 24 घंटे...
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ वार्ता में समझौता हो जाने के बाद भी जाटों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। जाट नेता यशपाल मलिक ने कहा कि हमने सरकार पर भरोसा किया है। यदि सरकार ने वादा खिलाफी की तो 24 घंटे नहीं लगेगा और जाट फिर दिल्ली कूच करेंगे।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक सोमवार को झज्जर में जाट आंदोलनकारियों के धरना स्थल पर पहुंचे। वहां काफी संख्या में जाट मौजूद थे। यशपाल मलिक ने आंदोलनकारियों को मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ हुई वार्ता और सरकार के साथ हुए समझौते के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के साथ वार्ता बहुत अच्छे हुई है। इस बार सरकार ने वादाखिलाफी की तो 24 घंटे नहीं लगेंगे और जाट दिल्ली कूच करेंगे।
18 साल सांसद रहे योगी संविधान में चाहते थे ये 6 बड़े बदलाव
उन्होंने कहा कि अब धरनों में हाजरी की दिक्कत नहीं है, अब हम सभी को अपने कामकाज करने चाहिए। संघर्ष समिति की जि़ला इकाई आंदोलन के बारे में फैसले से जुड़ी जानकारी और आगे को रणनीति से अवगत कराती रहगी। अब 26 मार्च को कोर कमेटी की बैठक होगी और आंदोलन के बारे में फैसले किए जाएंगे। बाद में यशपाल मलिक चरखी दादरी और उसके बाद फतेहाबाद भी गए। फतेहाबाद में वह रविवार को पुलिस के साथ भिड़ंत में घायल जाट आंदोलनकारियों के घर भी गए और उनका हालचाल जाना।
उधर, राज्यभर में जाटों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। कैथल के देवबन कैंची और जींद के इक्कस गांव सहित कई धरनास्थलों पर आज भी काफी भीड़ रही। पानीपत के उग्राखेड़ी गांव में धरनास्थल पर अन्य दिनों की अपेक्षा लोगों की कम भीड़ नजर आई। उग्राखेड़ी में महिलाओं ने मुख्यमंत्री और जाट नेताओं के बीच वार्ता में समझौता हो जाने पर खुशी मनाई।
दूसरी ओर,डीजीपी केपी सिंह फतेहाबाद के ढाणी गोपाल में रविवार को जाट आंदोलनकारियों से टकराव में घायल पुलिसकर्मियों से मिलने पहुंचे। डीजीपी ने अस्पताल में भर्ती पुलिसकर्मियों का हालचाल पूछा और उनकी हौसला अफजाई की।
जाकिर नाइक पर शिकंजा: ED ने जब्त की संपत्ति, NIA ने जारी किया सम्मन