भूमि अधिग्रहण बिल में बदलाव करेंगे: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष और सहयोगी दलों के दबाव के बीच संशोधित भूमि अधिग्रहण विधेयक में बदलाव के लिए सहमत होने का संकेत दिए। संसद को संबोधित करते हुए पीएम ने विपक्षी दलों के...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष और सहयोगी दलों के दबाव के बीच संशोधित भूमि अधिग्रहण विधेयक में बदलाव के लिए सहमत होने का संकेत दिए। संसद को संबोधित करते हुए पीएम ने विपक्षी दलों के सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा, ‘इस विधेयक को पास होने दें और अगर किसानों का थोड़ा भी नुकसान होता है तो हम इसमें बदलाव करने के लिए तैयार हैं। इस विधेयक को प्रतिष्ठा की लड़ाई न बनाएं। कानून बन जाने के बाद इसका सारा श्रेय पुराने कानून बनाने वालों को दूंगा।’
कांग्रेस पर साधा निशाना : लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए पीएम ने भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि हमें इतना अहंकारी नहीं होना चाहिए कि जो बिल हमने बना लिया है, उसमें कुछ गलती नहीं हो सकती। उससे अच्छा हो सकता है। भूमि अधिग्रहण कानून 1894 में बना था। क्या कांग्रेस को उसकी कमियां खोजने में 119 साल का वक्त लग गया? दो साल पहले विपक्ष की भूमिका में बिल पर भाजपा के सहयोगी रवैये की याद दिलाते हुए पीएम ने कहा कि इसी मसले पर हमने आपका (कांग्रेस) का साथ दिया, अब आपकी बारी है। भले ही आप इसका श्रेय ले लें, लेकिन हम सबका साथ चाहते हैं।
मनरेगा का नाम नहीं बदलेगा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में रोज यह अफवाह उडमई जा रही है कि मोदी सरकार मनरेगा बंद करने जा रही है। लेकिन हम ऐसा हरगिज नहीं कर सकते। मनरेगा तो कांग्रेस की साठ साल के पापों का नतीजा है। हम इसे गाजे-बाजे के साथ पेश करते रहेंगे। ताकि देश की जनता को पता चलता रहे कि कांग्रेस ने देश के साथ क्या किया।
काले धन पर किसी को नहीं छोड़ेंगे : काले धन पर विपक्ष के आरोपों में घिरी सरकार का पक्ष स्पष्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार इस मसले पर गंभीर है और सारे कदम उठाए जाएंगे। पीएम ने कहा, ‘पहले कोई सरकार या कोई पार्टी काले धन पर बात तक नहीं करना चाहती थी। आज देख कर खुशी होती है कि जो आज विपक्ष में हैं वह काले धन पर जुबान खोल रहे हैं। काला धन मसले पर सरकार किसी को नहीं छोडम्ेगी, क्योंकि हम जनता से वादा करके आए हैं।’
विदेश दौरे पर मजाक उड़ाया जाना निंदनीय : सत्ता में आने के बाद कई विदेशी दौरे के कारण हो रही आलोचना पर भी पीएम मोदी ने विरोधियों को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर कुछ कार्यक्रम निर्धारित होते हैं जहां जाना ही पड़ता है, लेकिन उसका भी मजाक उड़ाया गया। पीएम ने कहा,‘क्या हमारी राजनीति इतनी नीचे गिर गई है कि हम इस विषय का मजाक उड़ाएं? अगर विपक्ष को इतनी चिंता थी तो पता करना चाहिए था कि मैंने विदेश यात्राओं के दौरान क्या किया। मैं विदेश में कई ऐसे लोगों से मिला जो कुछ नया प्रयोग कर रहे थे, कुछ नई योजना बना रहे थे जो हमारे देश के लिए लाभकारी हो सकती है।