फोटो गैलरी

Hindi Newsदुमका की एक लाख आबादी को नहीं मिला पानी

दुमका की एक लाख आबादी को नहीं मिला पानी

पेयजलापूर्ति प्लांट की बिजली लाइन में फॉल्ट के कारण दुमका शहर में शुक्रवार को दिन भर पानी सप्लाई ठप रही। इससे शहर की एक लाख से अधिक आबादी पानी के लिए परेशान रही। दिन भर की मशक्कत के बाद शाम करीब चार...

दुमका की एक लाख आबादी को नहीं मिला पानी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Apr 2017 01:20 AM
ऐप पर पढ़ें

पेयजलापूर्ति प्लांट की बिजली लाइन में फॉल्ट के कारण दुमका शहर में शुक्रवार को दिन भर पानी सप्लाई ठप रही। इससे शहर की एक लाख से अधिक आबादी पानी के लिए परेशान रही। दिन भर की मशक्कत के बाद शाम करीब चार बजे शहरी क्षेत्र में पेयजलापूर्ति हुई, तब लोगों ने राहत की सांस ली।

दुमका शहरी जलापूर्ति योजना से उपराजधानी के साथ ही शहर से सटे आसपास के करीब एक दर्जन गांवों में भी पीने का पानी मिलता है। ऐसे में शुक्रवार को दिनभर पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोग परेशान रहे। पानी के लिए लोगों को वैकल्पिक साधनों पर निर्भर रहना पड़ा।

पेयजल स्वच्छता विभाग के दुमका कार्यप्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुधाकांत झा ने बताया कि रात में वाटर फिल्टर प्लांट में पानी चढ़ाया जाता है तब सुबह शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होती है। गुरुवार की रात करीब 10 बजे पता चला कि बिजली लाइन में फॉल्ट है। रात में ही बिजली विभाग को सूचना दे दी गई थी। शुक्रवार को सुबह बिजली लाइन में फॉल्ट दूर हो सका। तब पानी टंकी में चढ़ाया जा सका। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि दुमका शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन 8 से 10 लाख लीटर पानी की खपत होती है। शहरी क्षेत्र में दो वक्त पानी आता है।

हिजला जलापूर्ति भी ठप: दुमका में नई शहरी जलापूर्ति योजना के साथ ही पुरानी हिजला जलापूर्ति योजना से भी करीब 10 प्रतिशत आबादी की प्यास बुझती है। यह 1955-56 की पेयजलापूर्ति योजना है, जिसके जीर्णोद्धार की जरूरत है। गर्मियों में जब मयूराक्षी नदी में पानी सूख जाता है। तब हिजला जलापूर्ति योजना को चालू रखने के लिए नदी में ट्रेंच कटिंग करनी पड़ती है। हाल में इस योजना को चालू रखने के लिए मयूराक्षी में ट्रेंच कटिंग हुई पर गुरुवार की रात बिजली फॉल्ट के कारण शुक्रवार सुबह यहां से भी पेयजलापूर्ति ठप रही।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें