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हड़ताल ने बिगाड़ी हालत

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पार्लियामेंट को बताया है कि 20 राजनीतिक पार्टियों के गठबंधन द्वारा पिछले करीब दो महीने में जो हड़तालें की गईं,  उनसे मुल्क की इकोनॉमी को कितना नुकसान पहुंचा है।...

हड़ताल ने बिगाड़ी हालत
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 27 Feb 2015 08:57 PM
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प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पार्लियामेंट को बताया है कि 20 राजनीतिक पार्टियों के गठबंधन द्वारा पिछले करीब दो महीने में जो हड़तालें की गईं,  उनसे मुल्क की इकोनॉमी को कितना नुकसान पहुंचा है। प्रधानमंत्री के मुताबिक, बांग्लादेश को 1.20 लाख करोड़ टके के बराबर नुकसान हुआ है,  जो मुल्क के मौजूदा बजट का तकरीबन आधा है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस दौरान जो हिंसा हुई,  उसमें 100 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। चक्का जाम और हड़तालों का अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर काफी बुरा असर पड़ा है।

किसान अपनी फसलें बेच नहीं सके, क्योंकि उनके माल की ढुलाई देश के अन्य इलाकों में नहीं हो पाई। सब्जियां जहां उगाई गई थीं, वहीं सड़-गल गईं, क्योंकि वे शहरों तक पहुंचने से रह गईं। देश के औद्योगिक क्षेत्र भी भारी तनाव में हैं। उनका कच्चा माल उत्पादन केंद्रों तक पहुंच नहीं रहे और न तैयार माल खरीदारों तक। ऐसे में, दोनों ही सिरे पर माल का अंबार लग गया है। नतीजतन, उत्पादन गतिविधियों को या तो रोक दिया गया है या फिर आंशिक उत्पादन किया जा रहा है। जैसा कि प्रधानमंत्री ने पार्लियामेंट को बताया है कि करीब 1,173 वाहनों को जला दिया गया, जबकि इन दो महीनों में रेलवे को 25 बार निशाना बनाया गया। इसलिए अर्थव्यवस्था की गंभीर हालत को देखते हुए मुनासिब है कि सरकार बगैर वक्त गंवाए और नुकसान को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए।
द इंडिपेंडेंट से

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