पंजाब चुनाव में सबसे कम उम्र के और सबसे उम्रदराज उम्मीदवारों की जीत
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 10 साल बाद बड़ी जीत मिली है। इस चुनाव में सबसे कम उम्र और सबसे उम्रदराज उम्मीदवारों को भी जीत मिली है। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के निवर्तमान...
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 10 साल बाद बड़ी जीत मिली है। इस चुनाव में सबसे कम उम्र और सबसे उम्रदराज उम्मीदवारों को भी जीत मिली है। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के निवर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (89) ने अपने राजनीतिक करियर के आखिरी दौर में भी अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा। आज के नतीजों के साथ बादल 11वीं बार विधानसभा चुनाव जीते हैं। साल 1957 में उन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा था।
बादल ने कांग्रेस के कददावर नेता अमरिंदर सिंह को लंबी विधानसभा सीट से 22,770 वोटों के अंतर से मात दी । अमरिंदर ने पटियाला सीट से भी चुनाव लड़ा था और वहां जीत दर्ज की। दूसरी ओर, पंजाब चुनाव में 25 साल के दविंदर सिंह घुबाया सबसे कम उम्र के उम्मीदवार हैं। वह शिरोमणि अकाली दल से अलग हो चुके सांसद शेर सिंह घुबाया के बेटे हैं। उन्होंने भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री सुरजीत कुमार ज्ञानी को फाजिल्का सीट से हराया। दविंदर ने ज्ञानी को महज 265 वोटों से मात दी।