अडानी प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी: डीसी
अडानी पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई तेज हो गई है। अभी तक 90 प्रतिशत रैयतों को नोटिस का तामिला कर दिया गया है। पेपर और बेवसाइट पर भी जानकारी दी गई है। यह जानकारी डीसी भुवनेश प्रताप सिंह...
अडानी पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई तेज हो गई है। अभी तक 90 प्रतिशत रैयतों को नोटिस का तामिला कर दिया गया है। पेपर और बेवसाइट पर भी जानकारी दी गई है। यह जानकारी डीसी भुवनेश प्रताप सिंह ने शनिवार को प्रेस वार्ता में दी।
डीसी ने बताया कि भूमि अधिग्रहण दो स्टेज में होता है। पहले में रैयतों को कहा जाता है कि आप अपना भूमि अधिग्रहण करा लीजिए। दूसरे फेज में कहा जाता है कि अगर आप निर्धारित समय तक यानी 60 दिनों तक नहीं आते हैं, तो आपकी अनुपस्थिति में भी भूमि अधिग्रहण कर लिया जाएगा। अडानी मामले में 85 प्रतिशत रैयतों ने अपनी सहमति दे दी है।
डीसी ने कहा कि अब तक अधिग्रहण की काईवाई 17,19,और 21 अप्रैल को हुई थी। उसके अनुसार गंगटा मौजा में कुल जमीन 445 एकड़ है, जिसमें 283 एकड़ का अधिग्रहण हो चुका है। इसी प्रकार माली में 229 में 179, मोतिया 564 में 342, सोडिया 273 में 188 पटवी 60 में 27, गायघाट में 283 में 239 एकड़ जमीन का सीमांकन हो चुका है। जिनकी जमीन का सीमांकन किसी कारण नहीं हो पाया है, उन्हें इसमें जोड़ने के लिए 2, 3, 4 मई को आर एंड आर की बैठक में सहमति ली जाएगी। यदि वहां भी सहमति नहीं बनी तो निर्धारित समय के बाद अधिग्रहण की नियमत: कार्रवाई जिला प्रशासन करेगा। डीसी ने बताया कि बहुत सारी शिकायत आ रही हैं। इनमें अधिकांश गलत हैं, जो सही शिकायत रहती है, उसे जिला प्रशासन देख रहा है। इस प्लांट में एक भी घर नहीं टूट रहा है। कोई विस्थापित नहीं हो रहा है। जिला प्रशासन खेतिहर मजदूर-किसानों की सूची बना कर राशन, शौचालय सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलाएगा।
प्रेस वार्ता में एसपी हरिलाल चौहान ने कहा कि विधायक प्रदीप यादव ने कानून का उलंंघन किया है। वारंटी अनशन कर सभा नहीं कर सकता है। इसके बावजूद उन्होंने गायघाट, जो पौडेयाहाट मौजा में है, वहां मजमा लगा कर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने जैसे हलात पैदा करने की कोशिश की । वहां पर काफी संख्या में छोटे बच्चे, महिलाएं और निर्दोष मजदूर-किसान थे। इसलिए पुलिस ने बल प्रयोग नहीं किया।