छह माह पहले ही मारकर गाड़ दिया था सपा नेता को
सपा नेता व प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव का अपहरण करने के बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। माफिया की हत्या की मुखबिरी के शक में उसके भाई ने संजय को अपने गांव के पंचायत भवन में गोली मारकर उसकी हत्या...
सपा नेता व प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव का अपहरण करने के बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। माफिया की हत्या की मुखबिरी के शक में उसके भाई ने संजय को अपने गांव के पंचायत भवन में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और लाश बगल में खेत में गाड़वा दी थी। छह महीने बाद पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया और जमीन खुदवाकर कंकाल बरामद कर लिया। पुलिस इस मामले में डीएनए और फोरेंसिक जांच कराएगी।
खोराबार के कजाकपुर निवासी सपा नेता संजय यादव 24 अप्रैल को जमीन का बैनामा कराने घर से कचहरी के लिए निकला था। उसी दिन उसका अपहरण कर लिया गया। 25 अक्टूबर को उसकी इनोवा कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र स्थित महुआरी चौराहे पर लावारिस हाल मिली थी। संजय के भाई दीपक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस की सुस्ती के खिलाफ संजय के परिवारीजनों ने कई बार धरना-प्रदर्शन किया लेकिन कोई परिणाम नहीं आया।
शनिवार को क्राइम ब्रांच ने शक के आधार बेलीपार के चेरिया गांव निवासी लाल बहादुर के भाई विजय बहादुर और दान बहादुर यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद दोनों ने संजय की हत्या कबूल कर ली। दान बहादुर की निशानदेही पर पुलिस ने चेरिया गांव के पश्चिम स्थित पंचायत भवन के बगल में खेत अपने खेत से लाश बरामद की। पुलिस ने जेसीबी से खेत की खुदाई कराई। संजय के भाई दीपक और चाचा तथा गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। वे कंकाल देखकर दहाड़े मारकर रोने लगे। भाई के हाथ की घड़ी, कपड़े और जूते से दीपक ने उसकी पहचान की। मंगलवार को पुलिस इसका खुलासा करेगी हालांकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक विजय यादव, दान बहादुर यादव व अन्य ने मिलकर पंचायत भवन में संजय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्हें शक था कि संजय ने उसके भाई लाल बहादुर यादव की हत्या में मुखबिरी की थी।