दो माह के अंदर दुपहिया सवारों को हेलमेट पहनाने का लक्ष्य
फरीदाबाद। केशव भारद्वाज जिला पुलिस ने स्मार्ट सिटी में दो माह के अंदर सभी दुपहिया सवारों को हेलमेट पहनाने का लक्ष्य रखा है। हेलमेट के अलावा पुलिस ने छह मुद्दों को अपनी प्राथामिकता में रखा है, जो...
फरीदाबाद। केशव भारद्वाज
जिला पुलिस ने स्मार्ट सिटी में दो माह के अंदर सभी दुपहिया सवारों को हेलमेट पहनाने का लक्ष्य रखा है। हेलमेट के अलावा पुलिस ने छह मुद्दों को अपनी प्राथामिकता में रखा है, जो सीधे-सीधे पब्लिक से जुड़े हुए हैं और कानून एवं व्यवस्था को मजबूती देंगे। पुलिस कमिश्नर डॉक्टर हनीफ कुरैशी ने सभी थाना एसएचओ को इस बारे में पत्र लिखकर निर्देश भी जारी कर दिया है।
पुलिस कमिश्नर ने प्रत्येक मुद्दे पर एक नोडल अधिकारी भी बना दिया है। कोई नोडल अधिकारी इंस्पेक्टर रैंक का है कोई डीसीपी रैंक का। नोडल अधिकारी प्रत्येक सप्ताह पुलिस कमिश्नर को प्रगति रिपोर्ट भी सौंपेंगे।
ये हैं मुद्दे:
1 हेलमेट:
सड़क हादसों में हेलमेट न पहनने के कारण दुपहिया सवारों की मौत सबसे ज्यादा होती है। इसलिए पुलिस ने लक्ष्य रखा है कि दो माह के अंदर शहर में दुपहिया चलाने वाला और पीछे सवार हेलमेट पहने बिना नजर न आए। इसके लिए हेलमेट के लिए लगातार चालान काटने का अभियान चलेगा।
2 सोशल मीडिया:
फेसबुक, ट्वीटर और व्हाट्सएप के जरिए पुलिस लोगों को अपराध के तौर-तरीकों और उनसे बचने के बारे में जागरूक करेगी। हाल ही में पुलिस ने झपटमारों से बचने के बारे में संदेश जारी किया है। वहीं उपलब्धियों को भी जनता तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचाने के लिए कहा गया है।
3 सीएलजी:
सीएलजी (कम्युनिटी लाइजनिंग गु्रप) जिला स्तर पर तो बन चुका है। अब ये ग्रुप थाना स्तर पर भी बनने शुरू हो गए हैं। इन ग्रुप के सदस्यों से समय-समय पर बैठक कर कानून एवं व्यवस्था में सुधार के लिए विचार-विमर्श करना है। वहीं थाने में दो पक्षों के विवाद को भी सुलझवाने में मदद ली जा सकती है।
4 ट्रैफिक मैनेजमेंट:
ट्रैफिक मैनेजमेंट के तहत ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाना है। किसी भी प्वाइंट पर जाम है तो उसका निराकरण करना है। गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 10 प्रतिशत सड़क हादसों में कमी लाने के लिए लोगों को ट्रैफिक नियमों की पालना करवानी है, वहीं विभिन्न विभागों से तालमेल कर जेबरा क्रॉसिंग और ट्रैफिक लाइट लगवानी हैं।
5 सीसीटीवी कैमरे:
सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए पुलिस का ऑपरेशन संजय चल रहा है। इसके तहत 50 हजार सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाने हैं। नगर निगम और आरडब्ल्यूए से तालमेल कर ऐसे स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाने हैं, जो ट्रैफिक और महिला सुरक्षा के लिए भी फायदेमंद हों
6 एफआईआर हेल्पडेस्क:
प्रत्येक थाने में एक एफआईआर हेल्पडेस्क बनानी है। हेल्पडेस्क पर बैठे पुलिसकर्मी का काम थाने में शिकायत देने या किसी अन्य काम से आने वाले लोगों की मदद करना है। ताकि व्यक्ति थाने में आने पर सहज महसूस कर सके।
वाहन हटाने का लक्ष्य:
थाने-चौकियों में विभिन्न मामलों में जब्त किए गए वाहनों को हटाकर नीलाम करवाने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल 800 से ज्यादा वाहनों की सूची तैयार हो चुकी है। जल्द ही इन वाहनों को नीलाम करवाया जाएगा, ताकि थाने का परिसर स्वच्छ नजर आए।
बॉक्स:
हेलमेट के सबसे ज्यादा चालान : ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ बाकी थानों के एसएचओ को भी हेलमेट न पहनने वाले दुपहिया सवारों के चालान करने का निर्देश दिया गया है, जिस कारण हेलमेट के सबसे ज्यादा चालान हुए हैं। मार्च माह में तो 18 हजार से ज्यादा चालान हुए हैं।
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हेलमेट चालान का ब्यौरा
जनवरी माह
8419 दुपहिया सवार
3857 पीछे बैठा सवार
फरवरी माह
5716 दुपहिया सवार
1570 पीछे बैठा सवार
मार्च माह
13,402 दुपहिया सवार
5380 पीछे बैठा सवार
अप्रैल माह (18 अप्रैल तक)
9789 दुपहिया सवार
6618 पीछे बैठा सवार
सात मुद्दों पर अमल करवाने के लिए उन्होंने थाना एसएचओ को निर्देश दिए हैं। वहीं सभी एसएचओ से प्रत्येक सप्ताह रिपोर्ट देने के लिए कहा है। कोई कोताही बरतेगा तो उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
डॉक्टर हनीफ कुरैशी, पुलिस कमिश्नर