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कहीं आपके बच्चे में ये आदतें तो नहीं, हो सकती है परेशानी

अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चा बड़ा होने लगता है तो शैतानियां करना शुरू कर देता है। ऐसे में पेरेंट्स उसे समझाने के बजाय डांटते और मारते हैं, जिससे बच्चा उस वक्त तो शांत हो जाता है, लेकिन...

कहीं आपके बच्चे में ये आदतें तो नहीं, हो सकती है परेशानी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Aug 2016 03:10 PM
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अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चा बड़ा होने लगता है तो शैतानियां करना शुरू कर देता है। ऐसे में पेरेंट्स उसे समझाने के बजाय डांटते और मारते हैं, जिससे बच्चा उस वक्त तो शांत हो जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा करना बच्चे के लिए मानसिक रूप से कितना गंभीर मसला हो सकता है? अगर नहीं, तो livehindustan.com बता रहा है कि अपने बच्चों की कैसे करें केयर ताकि भविष्य में उसका मानसिक विकास मजबूत रूप हो सके।

कैसे हो बच्चों की परवरिश?

आज के समय में पेरेंट्स अपने बच्चे के एग्रेसिव नेचर की वजह से तनाव में रहते हैं। ऐसे व्यवहार के कारण पेरेंट्स भी बच्चों पर गुस्सा करते हैं, जिससे बच्चा सुधरने के बजाय और भी परेशान करना शुरू कर देता है और अाप अपने बच्चों पर कंट्रोल खो देते हैं। एक साइकोलॉजिस्ट की मानें तो बच्चों पर गुस्सा करना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए बच्चों के साथ पेरेंट्स को कूल अंदाज रखना चाहिए और सामान्य व्यवहार अपनाना चाहिए। 

एग्रेसिव होते बच्चे का बांटे ध्यान

किसी भी कारण आपके बच्चे में गुस्सा या बार-बार रोने की आदत है तो उसका ध्यान कहीं और केंद्रित करवाने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से वह गुस्सा तो भूल जाएगा साथ ही मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है। बच्चों का मन बहलाने के लिए कोई किताब या कोई नया खिलौना देना चाहिए और उसके साथ कुछ समय बिताना चाहिए। उसे बाहर जैसे डॉगी, गाड़ियां, घर या कुछ भी नैचुरल चीजों से अवगत कराना चाहिए, क्योंकि बच्चों को प्राकृतिक चीजों को देखने में आनंद मिलता है।

बच्चे के गुस्से की वजह जानने की करें कोशिश

आपका बच्चा बड़ा हो रहा है इसलिए उसके बिहेवियर पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है। बचपन से ही बच्चे का स्वभाव कूल रहे, इसके लिए बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताइए और उसे अच्छी परवरिश देने की कोशिश करें। चाहे वह बात-चीत का तरीका हो या फिर गंदी आदतें, सभी चीजों पर ध्यान देना पड़ेगा। बच्चा एग्रेसिव न हो इसके लिए ये जानने की कोशिश करें कि आखिर उसे गुस्सा क्यों आ रहा है। अगर वह चीजें इधर-उधर फेंके, चिढ़ जाए या फिर चीखे और चिल्लाएं तो ऐसे में आपको उसकी समस्या सुननी चाहिए और पॉजिटिव बिहेवियर के साथ उसका सॉल्यूशन निकाले।

किसी भी बातों का अनदेखा न करें

कई बार ध्यान खींचने के लिए भी बच्चे एग्रेसिव होते हैं, उन्हें लगता है कि आप उनका अनदेखा कर रहे हैं। इसलिए पेरेंट्स सहित सभी लोगों का ध्यान खींचने के लिए बच्चे सामान पटकने, चिल्लाने जैसे कामों करने के लिए प्रेरित हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप अपने गुस्से पर काबू रखने में खुद को असमर्थ समझते हैं, तो आप बच्चे से दूर होकर कमरे से बाहर आ सकते हैं।

कैसे रखें बच्चों पर कंट्रोल

बच्चा अगर गुस्सा करें तो आपको भी गुस्सा होने की जरूरत नहीं है। उदाहरण की तौर पर जब बच्चा रोए तो आप दो मिनट के लिए बाहर खड़े रहें, ऐसे में बच्चा थोड़ी देर में चुप हो जाएगा और आप भी उस पर गुस्सा करने से बच जाएंगे। यदि बच्चे की उम्र ज्यादा है तो उससे रोने की वजह जानें और समस्या से निपटने की बात कर सकते हैं, ताकि अगली बार वह ऐसा न करें।

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