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काबुल के सैन्य अस्पताल में डॉक्टर बन घुसे आतंकी, 30 लोगों की मौत

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित देश के सबसे बड़े सैन्य अस्पताल में डॉक्टर के वेश में आए आतंकियों ने बुधवार को हमला किया। इसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। मृतकों की संख्या...

काबुल के सैन्य अस्पताल में डॉक्टर बन घुसे आतंकी, 30 लोगों की मौत
एजेंसीWed, 08 Mar 2017 06:37 PM
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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित देश के सबसे बड़े सैन्य अस्पताल में डॉक्टर के वेश में आए आतंकियों ने बुधवार को हमला किया। इसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि अस्पताल में आतंकियों की सुरक्षा बलों के साथ कई घंटे मुठभेड़ चली। 

यह हमला ऐसे समय हुआ है, जिससे एक दिन पहले ही पड़ोसी देश भारत में आईएस के एक बड़े आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ और लखनऊ में सैफुल्ला नामक एक आतंकी मारा गया। 

तीन आतंकियों ने किया हमला 
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि 400 बिस्तरों वाले सरदार मोहम्मद दाऊद खान अस्पताल में आतंकी हमला उस समय शुरू हुआ, जब स्वचालित हथियारों और हथगोलों से लैस तीन आतंकी अस्पताल की इमारत में घुसे। सभी हमलावर चिकित्साकर्मियों की पोशाक में थे। उन्होंने इमारत के ऊपरी तल्ले पर पोजीशन ली और वहां भेजे गए सुरक्षा बलों को रोकने की कोशिश की। 

हमले की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने अस्पताल के आसपास के इलाके को घेर लिया। फिर विशेष बल के जवानों को हेलीकॉप्टरों के जरिये अस्पताल की मुख्य इमारत की छत पर उतारा गया। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान इमारत में कम से कम से दो धमाकों की आवाज सुनाई दी।  

हमले में एक जवान की मौत  
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीरी ने बताया कि आतंकियों से सुरक्षा बलों की जबरदस्त मुठभेड़ हुई। उन्होंने कहा कि हमले में 30 से अधिक लोग मारे गए हैं जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों ने अस्पताल पर नियंत्रण कायम कर लिया है। आतंकियों से मुठभेड़ खत्म हो चुकी है। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि एक हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा दिया जबकि एक अन्य हमलावर को सुरक्षाकर्मियों ने ढेर कर दिया। इस संघर्ष में एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।

हमला शुरू होने के करीब दो घंटे बाद अस्पताल के एक कर्मी ने फेसबुक पर लिखा, हमलावर अस्पताल के अंदर हैं। हमारे लिए दुआ कीजिए। एक अन्य कर्मी अब्दुल कादिर ने कहा, एक हमलावर डॉक्टरों वाला सफेद कोट पहने हुए था। वह एके-47 से गोलियां दाग रहा था। उसने कम से कम एक मरीज और एक अस्पताल कर्मी को मार डाला। 

आईएस ने ली जिम्मेवारी 
इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेवारी ली है। आइ्रएस की अमाक न्यूज एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसके लड़ाकों ने अस्पताल पर हमला किया है। बीते सालों में इस समूह ने काबुल में असैन्य लक्ष्यों पर कई हाई प्रोफाइल हमले किए हैं, जिनमें शियाओं के कई पवित्र स्थान शामिल हैं। इससे पहले तालिबान ने इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया। 

तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले से उसके संगठन का कोई नाता नहीं है। एक सप्ताह पहले काबुल में तालिबान ने दो सुरक्षा परिसरों पर आत्मघाती हमले किए थे जिनमें 16 लोग मारे गए थे। 
 
सुरक्षा की चिंता 
बेहद सुरक्षित अमेरिकी दूतावास से थोड़ी दूर पर स्थित अस्पताल पर हुए इस हमले ने अफगान सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। इससे साफ है कि इस साल गर्मियों में काबुल में आतंकी कई हाई प्रोफाइल हमलों को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। नाटो की अगुआई वाले समर्थन अभियान ने कहा कि वह अफगान सुरक्षा सेवाओं को सहयोग देने के लिए तैयार है।  
 

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