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जेलों में इस्तेमाल हो रहे ओडिशा और तामिलनाडु के सिम कार्ड

कोल्हान की जेलों में बंदियों के द्वारा तामिलनाडु और ओडिशा के सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। जेलों में लगभग तीन सौ सिम कार्ड हैं। छोटे से बड़े सभी अपराधी इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे...

जेलों में इस्तेमाल हो रहे ओडिशा और तामिलनाडु के सिम कार्ड
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Apr 2017 10:46 AM
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कोल्हान की जेलों में बंदियों के द्वारा तामिलनाडु और ओडिशा के सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। जेलों में लगभग तीन सौ सिम कार्ड हैं। छोटे से बड़े सभी अपराधी इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं।

हाल के दिनों में जेल से मोबाइल फोन इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आई है। जेल में बंद आपराधिक गिरोह के सरगना बाहर अपने गुर्गों को जेल से ही संचालित करते हैं। फरार अपराधियों की तलाश में लगी पुलिस टीम को कुछ नम्बर हाथ लगे हैं, जिसका लोकेशन जमशेदपुर, सरायकेला और चाईबासा जेल के निकट के टावरों का मिला है। उन नम्बरों से जेल के अपराधयियों से बात हुई थी। इनका नाम इफ्तेखार उर्फ बड़ा चीनी, सोनू मिश्रा आदि है। कोल्हान के जेल असुरक्षित हैं। यहां न तो मोबाइल फोन के लिए जैमर ही काम करता है और न ही एंड्रॉयड फोन के इस्तेमाल पर रोक के कोई उपाय किए गए हैं। कई वारदातों में अपराधियों के बीच व्हाटसएप, फेसबुक चैटिंग से होने वाली बात सामाने आई हैं।

ऐसे आता है सिम

जेल के अंदर लूट, डकैती और आदतन अपराधियों का नेटवर्क ओडिशा और दक्षिण भारत में होता है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में ऑन सिम किसी के भी दस्तावेज पर मिल जाते हैं। वैसे सिम कार्ड को गिरोह के सदस्य जेलों तक पहुंचा देते हैं।

कोल्हान में जेल 4

बंदी 3440

गैंगस्टर 147

घाघीडीह जेल

बंदी 1550

गैंगस्टर 55

सरायकेला जेल

बंदी हैं 510

गैंगस्टर 45

चाईबासा जेल

बंदी 1120

गैंगस्टर 35

घाटशिला जेल

बंदी 260

गैंगस्टर 12

यह हो रहा है

गिरोह संचालन के लिए अपराधी कर रहे मोबाइल फोन का इस्तेमाल

दूसरे प्रदेश के सिम का इस्तेमाल इसलिए, ताकि पकड़े जाने का खतरा हो कम

जेल से हुए चार फोन कॉल के बाद पुलिस को मिली जानकारी

चालू सिम कार्ड मिलता है जेल के अंदर बंदियों को, पुलिस वाले भी हैं शामिल

इसलिए नहीं पकड़े जाते

छापेमारी के लिए पहुंची पुलिस को तुरंत नहीं घुसने देता जेल प्रबंधन

पुलिस को गेट पर रोकने के दौरान दे दी जाती है कैदियों को सूचना

जेल पुलिस की मिलीभगत से ही पहुंचता है कैदियों को मोबाइल फोन

यहां छिपाए जाते हैं फोन

टीवी के पीछे, दीवार में ईंट हटाकर, जूते में, जमीन खोदकर भी दबा देते हैं

जेल में तैनात गार्ड भी करते हैं फोन छिपाने में मदद

नहीं लगा थ्री और फोर जी जैमर, थ्री जी नेटवर्क के समय लगाया था टू जी जैमर

हालात ऐसे हैं

तीन सौ से ज्यादा मोबाइल फोन सिमकार्ड हैं कोल्हान की जेलों में

पेशी के दौरान बंदियों को साथी लाकर देते हैं सिमकार्ड

शर्ट में जगह बनाकर जेल के अंदर तक ले जाते हैं बंदी

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