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चंद्रा के हाथों में टाटा समूह सुरक्षित : रतन

टाटा समूह में चंद्रशेखरन बाहरी नहीं हैं। वे टीसीएस के ही एमडी थे और साफ छवि के हैं। इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि टाटा समूह चंद्रशेखरन के सुरक्षित हाथों में है। संस्थापक दिवस पर...

चंद्रा के हाथों में टाटा समूह सुरक्षित : रतन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 04 Mar 2017 11:40 AM
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टाटा समूह में चंद्रशेखरन बाहरी नहीं हैं। वे टीसीएस के ही एमडी थे और साफ छवि के हैं। इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि टाटा समूह चंद्रशेखरन के सुरक्षित हाथों में है। संस्थापक दिवस पर बिष्टूपुर के पोस्टल पार्क में चंद्रशेखरन का जमशेदपुर वासियों से परिचय कराते हुए टाटा संस के पूर्व निदेशक रतन टाटा ने ये बातें कहीं।

नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे चंद्रा : चेयरमैन बनने के बाद चंद्रशेखरन पहली बार जमशेदपुर आए थे। इसलिए संस्थापक दिवस पर रतन टाटा खासतौर पर शहर आए थे ताकि शहरवासियों से उन्हें परिचित करा सकें। रतन टाटा ने कहा कि मुझे जिस तरह से आपका सहयोग मिला, उम्मीद है कि कंपनी और शहर को आगे बढ़ाने के लिए आप सभी ह्यचंद्राह्ण को भी सहयोग करेंगे। मुझे उम्मीद है कि नए चेयरमैन ग्रुप की सभी कंपनियों को नई ऊंचाइयों और नए मुकाम तक ले जाएंगे।

लगातार तरक्की कर रहा जमशेदपुर : बकौल रतन टाटा, मुझे यहां आकर और देखकर खुशी मिली कि क्लीन सिटी-ग्रीन सिटी के रूप में जमशेदपुर शहर लगातार तरक्की कर रहा है। संस्थापक जो विरासत छोड़कर गए थे, उसे हम सबने मिलकर आगे बढ़ाया। शहर लगातार प्रगतिशील है और अपराध का ग्राफ भी अन्य शहरों की तुलना में काफी कम है।

मेरे लिए यादगार क्षण : रतन टाटा ने कहा कि मैं पांच वर्षों बाद शहर आया हूं लेकिन यह पल मेरे लिए यादगार है क्योंकि नए चेयरमैन के साथ पहली बार आया हूं। उन्होंने बताया कि मैंने अपना करियर यहीं से शुरू किया था। जमशेदपुर प्लांट में सात वर्षों तक जूनियर इंजीनियर ट्रेनी (जीटी) के रूप में काम किया।

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