फोटो गैलरी

Hindi Newsसर, दो सौ रुपये सरकार देती हैं, पर किराया सात सौ देना पड़ता है

सर, दो सौ रुपये सरकार देती हैं, पर किराया सात सौ देना पड़ता है

सर, आंगनबाड़ी का किराया दो सौ रुपये सरकार देती है, लेकिन भवन का किराया सात सौ रुपये भुगतान करना पड़ता है। दाल महंगी हो गई, जलावन के पैसे नहीं मिलते हैं। हमारी समस्या सुनने को कोई तैयार नहीं है।...

सर, दो सौ रुपये सरकार देती हैं, पर किराया सात सौ देना पड़ता है
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 20 Feb 2017 09:45 PM
ऐप पर पढ़ें

सर, आंगनबाड़ी का किराया दो सौ रुपये सरकार देती है, लेकिन भवन का किराया सात सौ रुपये भुगतान करना पड़ता है। दाल महंगी हो गई, जलावन के पैसे नहीं मिलते हैं। हमारी समस्या सुनने को कोई तैयार नहीं है। आंगनबाड़ी सेविका की बात सुनकर समाज कल्याण के निदेशक भौचक्के रह गए।

यह नजारा है नांदूप आंगनबाड़ी केंद्र का, जहां समाज कल्याण के निदेशक छवि रंजन सोमवार को आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करने गए थे।

नोटिस जारी करने का निर्देश

इसी क्रम में घाघीडीह आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिलने पर सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि वे सेविका और सहायिका को नोटिस जारी करें। इससे पहले भी निरीक्षण में कभी बंद मिला हो तो दोनों को चयनमुक्त करने की प्रक्रिया आरंभ की जाए। समाज कल्याण के निदेशक रंजन ने जगन्नाथपुर और नांदूप के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया, जहां की व्यवस्था देखने के बाद उन्होंने सराहना भी की।

वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन टला

समाज कल्याण निदेशक रंजन ने रेडक्रास भवन स्थित बनाए गए वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण भी किया, जहां की व्यवस्था देखने के बाद कई बिंदुओं पर सुधार करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने लैंडलाइन कनेक्शन से लेकर किचन तक की व्यवस्था में सुधार करने की सलाह दी है। उन्होंने अगले सप्ताह उद्घाटन कराने की संभावना जताई है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें