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गैंगस्टर फहीम खान के बयान में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की कहानी

रात करीब 10, साढ़े 10 बजे रहे थे। मैं अपने ऑफिस में कुछ लोगों के साथ बैठा था। अचानक बाहर गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई देने लगी। बाहर निकला, तो देखा कि गोलियों से छलनी मेरा निजी बॉडीगार्ड जमीन पर गिरा है।...

गैंगस्टर फहीम खान के बयान में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की कहानी
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 09 Sep 2016 07:06 AM
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रात करीब 10, साढ़े 10 बजे रहे थे। मैं अपने ऑफिस में कुछ लोगों के साथ बैठा था। अचानक बाहर गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई देने लगी। बाहर निकला, तो देखा कि गोलियों से छलनी मेरा निजी बॉडीगार्ड जमीन पर गिरा है। यह सब देख हम लोग घर की छत की तरफ दौड़े। अपने छत से पड़ोसी की छत पर कूद गया। कूदने से मेरा दाहिना पैर टूट गया। धनबाद के वासेपुर के कथित डॉन फहीम खान ने गुरुवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश 13 जनार्दन सिंह की कोर्ट में गवाही देते हुए यह कहानी बयां की।

फहीम की गवाही ने 29 जनवरी 2004 की वासेपुर की उस स्याह रात की यादों को ताजा कर दिया। फहीम ने कोर्ट को बताया कि गोली चलने से पहले वह अपने ऑफिस में टुन्नू खान, शाहिद कमर, बाबू और आफताब के साथ बैठा था। अंगरक्षक को अचेत देखकर वह ऊपर दौड़ा। ऊपर से झांकने पर देखा कि वाहिद, तबरेज, तनवीर , शहीद आलम, अशफाक, शहादत, मुन्ना मियां, अफाक आलम, पप्पू अगरबत्तीवाला, असगर आलम, साकेब खान ताबड़तोड़ गोलियां दाग रहे हैं। वे और उनके साथी जब पड़ोसी की छत पर कूद गए, तो थोड़ी देर में गोलियां चलनी बंद हो गईं। सुबह में उन्हें सूचना मिली की गोली चलाकर भागने के दौरान शूटरों की बेकारबांध में पुलिस से मुठभेड़ हो गई थी। इसमें एक शूटर और दो पुलिसवालों को गोली लगी थी। वहां दो शूटर पकड़े भी गए थे, जिन्होंने पुलिस को बताया था कि साबिर आलम के कहने पर उन्होंने मेरे घर पर हमला किया था। 

गैंग्स ऑफ वासेपुर में फिल्माया गया है दृश्य
फहीम के घर पर हमले के दृश्यों को फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर पार्ट 2 में फिल्माया गया है। फिल्म में नवाजुद्दीन (फैजल खान) को गोलियां से बचने के लिए छत से कूदते दिखाया है। हमलाकांड के ठीक नौ महीने बाद 18 अक्तूबर 2004 को फहीम की मां व मौसी की हत्या कर दी गई थी।

मैं गैंगस्टर नहीं : फहीम
कोर्ट परिसर में गुरुवार को समर्थकों से घिरे फहीम खान ने कहा कि वह गैंगस्टर नहीं है। उसने कभी चोरी नहीं की, कोई डकैती या रेप नहीं किया। वह तो बस अपनी मां और मौसी की हत्या का इंतकाम लेने के रास्ते पर चल रहा था। फहीम ने अपने भांजों के साथ नाम जुड़ने पर आपत्ति जताई। 

फहीम को कड़ी सुरक्षा में धनबाद लाया गया
फहीम खान को गवाही के लिए कड़ी सुरक्षा में जमशेदपुर घाघीडीह जेल से धनबाद लाया गया था। एपीपी ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने फहीम की गवाही कराई। इस मामले में कांड के मुख्य आरोपी साबिर आलम फरार हैं। गुरुवार को कांड के एक अन्य आरोपी अशफाक उर्फ डब्लू को बेउर जेल से धनबाद लाने के लिए एक ओवदन दाखिल किया गया है। न्यायालय ने आवेदन स्वीकृत कर लिया है।

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