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वर्चुअल पेट्स से करो दोस्ती

इंटरनेट पर तुम्हारे लिए एक से बढ़कर एक एक्टिविटीज उपलब्ध हैं। ऑनलाइन पेट्स से दोस्ती भी एक ऐसा ही विकल्प है, जहां तुम अपने मनपसंद पेट के साथ खेल सकते हो। इन प्यारे-प्यारे पेट्स से दोस्ती करने का...

वर्चुअल पेट्स से करो दोस्ती
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 26 Feb 2015 04:10 PM
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इंटरनेट पर तुम्हारे लिए एक से बढ़कर एक एक्टिविटीज उपलब्ध हैं। ऑनलाइन पेट्स से दोस्ती भी एक ऐसा ही विकल्प है, जहां तुम अपने मनपसंद पेट के साथ खेल सकते हो। इन प्यारे-प्यारे पेट्स से दोस्ती करने का तरीका बता रहे हैं पंकज घिल्डियाल

तुम जब कभी किसी पेट को देखते हो, तो तुम्हारे चेहरे खिल उठते हैं ना। तुम कई बार चाह कर भी अपने किसी मनपसंद पेट को अपने घर में नहीं पाल पाते। अगर घर में अपने किसी प्यारे से डॉगी को पालने में परेशानियां आ रही हों, तो क्यों ना इंटरनेट की दुनिया में ऐसे किसी डॉगी या कैट की तलाश की जाए, जिससे तुम्हें सचमुच के पेट जैसा लगाव हो जाए। इंटरनेट पर पेट से दोस्ती सचमुच मजेदार आइडिया है। आज इंटरनेट पर बहुत सी ऐसी वेबसाइट हैं, जहां तुम कुछ स्टेप्स के बाद किसी प्यारे से डॉग या म्याऊं-म्याऊं करती बिल्ली के सबसे अच्छे दोस्त बन सकते हो।

सबसे पहले यह निर्णय करना होगा कि मौजूद किन साइट्स का तुम इस्तेमाल करना चाहते हो। कुछ वेबसाइट फ्री हैं, तो कुछ के लिए निश्चित कीमत भी चुकानी होगी। सामान्यत: दो तरह की साइट्स पेट्स के लिए लोकप्रिय हैं। पहली डाउनलोड और दूसरी ऑनलाइन वर्चुअल पेट एडॉप्शन। डाउनलोड विकल्प मजेदार है। इसमें हर वक्त इंटरनेट की जरूरत भी नहीं पड़ती। इस विकल्प की बस एक ही कमजोरी है कि कुछ साइट्स में वायरस का खतरा अन्य के मुकाबले ज्यादा होता है। दूसरे विकल्प में तुम्हें कुछ जरूरी जानकारी भरनी होती है। इसमें साइट पर रजिस्टर करने के बाद तुम्हें लॉग-ऑन करना होगा। उसके बाद तुम अपने चुने हुए पेट के साथ वक्त बिता सकते हो।

ये हैं काम की वेबसाइट
www.foopets.com                       
इस साइट से 10 पेट्स को अपनाया जा सकता है। इसमें पहले पेट्स के लिए कुछ भी भुगतान नहीं करना पड़ता। तुम ऑनलाइन ही अपने दोस्तों को भी इस साइट से जोड़ सकत हो। पेट्स को खिलाने-पिलाने से लेकर उनके साथ खेलने जैसी सभी एक्टिविटीज में हिस्सा लेकर तुम मजे कर सकते हो। अच्छी देखभाल के लिए जहां तुम कुछ प्वॉइंट्स पाते हो, वहीं लापरवाही करने पर कुछ प्वॉइंट खो भी सकते हो।

www.gopets.com                         
इस साइट पर तुम न सिर्फ  कुत्ते-बिल्ली को अपना सकते हो, बल्कि पांडा भी तुम्हारा दोस्त बन सकता है। इसमें ऑनलाइन ज्वॉइन करने के बाद अपना पसंदीदा पेट चुनो और उसे एक प्यारा सा नाम दो। मजेदार गतिविधियों में तुम उसे अपनी पसंद के कपड़े पहना सकते हो। मन करे तो उसके साथ दुनिया के टूर पर भी निकल सकते हो। इस साइट की खूबी यह है कि यहां तुम अपने पेट को ट्रेनिंग भी स्वयं दे सकते हो। इसमें कुकिंग, फिशिंग, फार्मिग और टेलरिंग भी की जा सकती है।

www.neopets.com                            
इस साइट के नियोहोम्स खासतौर पर तुम्हारे वर्चुअल पेट्स के लिए बने हैं। यहां पेट्स के साथ मस्ती करने के अलावा तुम अन्य खेलों के टिकट भी खरीद सकते हो और जीतने पर इनाम भी हैं। साइट का इमेजनरी क्रिएचर तो बच्चों को काफी पसंद आता है।

www.marapets.com                         
इस साइट को ज्वॉइन करने के बाद तुम्हें अपने पेट का नियमित रूप से ध्यान रखना होता है, क्योंकि पेट के प्रति लापरवाही दिखाने पर वह मर भी सकता है। ऐसी स्थिति में सात दिन के भीतर तुम्हें अपने पेट का इलाज करना होता है। अगर वह मर जाता है, तो बाद में तुम्हारा प्यारा पेट किसी और का हो सकता है। इसलिए वर्चुअल पेट का भी अच्छे से ख्याल रखना मत भूलना। पेट्स से दोस्ती के अलावा तुम यहां पजल्स सॉल्व करने और गेम खेलने का आनंद उठा सकते हो और सचमुच के पेट्स की देखभाल के टिप्स भी पा सकते हो।

www.adoptme.com                         
मनोरंजन से भरपूर यह साइट तुम्हें वर्चुअल पेट से दोस्ती करने का मौका भी देती है। यहां पेट का नाम देकर उसे अपनी पसंद के अनुसार सजाओ। अगर तुम्हारा पेट तुमसे चैट भी करने लगे, तो कैसा रहे? यहां तुम अपने पेट से बात करके यह जान सकते हो कि वह क्या चाहता है। यहां तुम अधिकतम 24 पेट्स अपना सकते हो, लेकिन इस साइट में हर पेट के लिए तुम्हें एक कीमत भी चुकानी होगी।

क्रिएटिव बनाती हैं ये वेबसाइट
दोस्ती कैसे निभाई जाती है, अगर तुम सचमुच सीखना चाहते हो, तो www.mypets.com साइट पर जरूर विजिट करना। यहां भी अन्य साइट्स की तरह पेट अडॉप्ट किए जा सकते हैं, लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि सच्ची दोस्ती के साथ-साथ तुम क्रिएटिव भी बनते हो। तुम अपने स्वास्थ्य और पेट के सुख-दुख का भी पूरा ख्याल रखते हो। 12 वर्षीय शिवांगी का कहना है- ‘पहले हमारे घर में कोई पेट नहीं था, मगर उनके साथ खेलने का मन हमेशा करता था। एक दिन जब मेरे भैया ने मुझे ऑनलाइन पेट दिखाए, तो मुझे अच्छा लगा। उनके भौंकने से डर भी नहीं लगा। इससे मुझे सचमुच का डॉगी पालने की ट्रेनिंग भी मिल गई।’

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