सभी को तीन-चार साल पहले नक्सली उनके घर से उठाकर ले गये थे
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा लोहरदगा पेशरार प्रखंड क्षेत्र के गांवों से जबरन एक बालिका समेत छह बालकों को अगवा कर दस्ते में शामिल किया था, उसे पुलिस और सीआरपीएफ ने जंगल से खोजकर...
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा लोहरदगा पेशरार प्रखंड क्षेत्र के गांवों से जबरन एक बालिका समेत छह बालकों को अगवा कर दस्ते में शामिल किया था, उसे पुलिस और सीआरपीएफ ने जंगल से खोजकर मुक्त करा दिया। अब इनके परिजनों के चेहरों पर खुशी है। बच्चे पढ़ना चाहते हैं। एक बच्चे पर मामला दर्ज है, इसलिए उसे जुवेनाइल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। शेष पांच बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए स्कूलों में दाखिला दिलाने की प्रक्रिया शुरू है।रांची प्रक्षेत्र के डीआईजी अमोल विष्णु होमकर ने लोहरदगा पुलिस मुख्यालय में 23 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस में बच्चों की मुक्ति की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बच्चे नक्सली उत्पीड़न के शिकार हैं। इसलिए सरकार और पुलिस की नीति के अनुरूप उन्हें तमाम सहायता और सहयोग देने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। डीआइजी श्री होमकर ने बताया कि लोहरदगा एसपी कार्तिक एस को यह सूचना मिली थी कि केरार गांव के जंगल में छह बच्चे देखे गए हैं। एएसपी अभियान विवेक ओझा की अगुवाई में बच्चों को खोजने के लिए विशेष दल बनाया गया। ग्रामीणों ने भी इसकी पुष्टि की। जब बच्चों को पुलिस ने खोज निकाला तो पता चला कि नक्सलियों ने सभी बच्चों को जबरन तीन-चार साल पहले उनके घरों से उठाया था। बच्चों का तत्काल रेस्क्यू किया गया। ये सभी बच्चे 13 से 16 वर्ष के बीच हैं। बच्चों के माध्यम से नक्सलियों की गतिविधियों की भी जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि पुलिस की पहल पर गुमला जिले के 25 बच्चों को मुक्त कराकर शिक्षा व्यवस्था से जोड़ा गया है। लोहरदगा के पेशरार, गुमला के बनालात क्षेत्र को नक्सल मुक्त बनाकर वहां सरकार और प्रशासन के माध्यम से सर्वांगीण विकास के काम किये जा रहे हैं। डीआइजी रांची ने बताया कि बड़े नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद माओवादियों में बिखराव की स्थिति है।
उन्होंने अपील की कि जो भी नक्सली हैं, वह आत्मसमर्पण कर दें। अन्यथा उनके विरूद्ध ठोस कार्रवाई पुलिस करेगी। प्रेस कांफ्रेंस में डीसी विनोद कुमार, एसपी कार्तिक एस, गुमला एसपी चंदन झा, 158 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट मनोज गुप्ता, टूआईसी आरबी फिलिप, डीएसपी आशीष महली, एसडीपीओ अरविंद वर्मा, इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह, जेपीएन चौधरी, शैलेश कुमार, किस्को ओसी अनिल कुमार तिवारी, बगडू-नवीन पांडेय, पेशरार प्रभारी जगलाल मुंडा, कुडू ओसी सुधीर साहू, मेजर शारदा मेजर आदि मौजूद थे।